समग्र शिक्षा अभियान (सेकेण्डरी...

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Transcript of समग्र शिक्षा अभियान (सेकेण्डरी...

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बल पपरिट (सिशोधित) पिषय हिनदी 2021-22

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परशन बक

पिषय : हिनदी ववशिषट

ककषा : 12 व ी परााक : 80अीक

➢ इकाई : 𝟏 कावय खिड (कल आििहटत अिक-17) ➢ िसतननषठ परशन : 𝟔𝒙𝟏 = 𝟔 अिक, ➢ अनत लघ उततरीय परशन-𝟐𝒙𝟐 = 𝟒 अिक ➢ लघ उततरीय परशन-𝟏𝒙𝟑 = 𝟑 अिक,

➢ पिशलषरातमक परशन -𝟏𝒙𝟒 = 𝟒

➢ कल परशन – 4

➢ नोट – कावय खिड क पाठ -पतिग, सिषष सिीकारा ि, बादल राग स कोई भी परशन, परशनपतर म समममललत निीि ककया जाएगा।

परशन-1- सिी पिकलप चनकर ललखखए : 1. ‘साासो क दो तार’ परत क ि –

A. ज वन B. जजजञासा C. उपकषा D. अपकषा

2. कवव िररवीि राय बचचन उनमादो म कया शलए फिरत ि - A. अवसर B. अवसाद C. एिसास D. एिसान

3. ‘हदन जलदी-जलदी ढलता ि!’ कववता म कवव िताि और द:ख ि - A. वपरयतमा की ननषठरता क कारण B. पतन स बबछड जान क कारण C. सीतान सख स वीचचत िोन क कारण D. पररवार स बबछडन क कारण

4. ि घर अपन बचचो क पास पिाचन की इचछा चचडडया की फकस फिया स परकट िोत ि -

A. चिचिान स B. तज उडन स C . जलदी दाना चगन स D. पीख िडिडान स

5. हदए गए िबदो क जोडो म ववरोधािास मलक जोडा निीि ि - A. रोदन म राग B. ि तल वाण म आग C. उनमाद म अवसाद D. रनत म रीग

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6. पाठय पसतक म सीकशलत ग त ‘हदन जलदी-जलदी ढलता ि’ उदधत ि -

A. एकाीत सीग त B. ननिा ननमीतरण C. सतरीचगण D. मधिाला

7. ननमनशलखखत म स वविषता का वर नारायण की कववताओी म निीि पाई जात - A. सीयम B. पररषकार C. साफ- सथरापन D. अखबारी सतिीपन

8. कवव का वर नारायण स िरारत बचच क समान खल रिी थ - A .िीस B.बात C.िाषा D.चड

9. ‘अब मसकराएीग िम’ पीजकत म ‘िम’ ि - A. कवव B. दिशक C. अपाहिज D. दरदिशन

10. ‘कमर म बीद अपाहिज’ म करणा क मखोट म नछप की कववता ि - A. दया की B. धोख की C. िरता की D. परोपकार की

11. ‘उषा’ का जाद टटन का कारण ि - A. सयोदय B. सयाशसत C. मीद-मीद िवा D. ओस

12. सीपणश समाज को गरीब न घर रखा ि - A. रावण रप म B. ताडका रप म C. वपिाच रप म D. सरसा रप म

13. ‘लकषमण-मछाश और राम का ववलाप’ म िाषा का परयोग िआ ि - A. बरज B. अवध C. हिीदी D. सीसकत

14. तवाजन कायम ि - A. परम का B. आदिो का

C. ननयमो का D.फफतरत का 15. ‘फफराक गोरखपरी’ चमक की बात कर रि ि -

A. मोनतयो की B. िरो की C. िीरो की D. तारो की 16. माा अपन पयार बट को शलए खड ि -

A. घर क मीहदर म B. घर की छत पर C. घर क आीगन म D. घर क दवार पर

17. ‘बगलो क पीख’ कववता म आकाि म छाया छाई ि - A. गिर B. काल

C. न ल D. दचधया

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परशन-2- ननमनललखखत कथनो क ललए सतय/असतय ललखखए:

1. ‘हदन जलदी जलदी ढलता ि’ कववता म हदन का पीथ सयश को माना गया ि। 2. थका िआ पीथ रात की आिीका स ियि त रिता ि। 3. स ध स बात छनदो क चककर म िी स गई। 4. ‘कमर म बीद अपाहिज’ कववता म दरदिशन पर वयीगय फकया गया ि। 5. ‘उषा’ कववता क कवव सयशकाीत बतरपाठी ‘ननराला’ ि। 6. न ीद स जागा िआ की िकरण रावण क समान लग रिा था। 7. कववतावली सात खीडो म वविाजजत ि। 8. फफराक गोरखपरी की रबाइयाी Ük`axkj रस पर आधाररत ि। 9. गजल उदश साहितय की मितवपणश ववधा ि। 10. छायावाद क परवतशक जयिीकर परसाद ि। 11. साहितय का रसायन सममान ि। 12. बगलो क पीख कवव क मन को चराए जात ि। 13. छायावाद म वयजकतक िावना परबल ि जबफक परगनतवाद म सामाजजक िावना। 14. डॉ नगदर न छायावाद को ‘सथल क परनत सकषम का ववदरोि’ किा ि। 15. परयोगवाद क परवतशक िमिर बिादर शसीि ि।

परशन-3- एक िाकय म उततर ललखखए :

1. आधननक यग की म रा फकस किा जाता ि? 2. ‘सरोज समनत’ नामक रचना फकस कवव न की ि? 3. परकनत का मानव करण फकस वाद की परमख वविषता ि। 4. खड बोली का परनतजषठत रप फकस यग म परकट िआ। 5. खड बोली का पिला मिाकावय कौन-सा ि? 6. सामानय स सामानय ववषयो पर कववता लखन फकस यग की वविषता ि? 7. ‘साीसो क दो त र’ फकसक परत क ि? 8. िाषा क साथ-साथ बात कस िोत गई? 9. ‘सब घर एक कर दन’ का कया आिय ि? 10. ‘कमर म बीद अपाहिज’ कववता दरदिशन फकस मनोववि को दिाशत ि? 11. ‘कववतावली’ क उिरकाीड म कौन-सा छीद ि?

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12. अपाहिज स दरदिशन कायशिम-सीचालक फकस परकार क परशन पछता ि? 13. ‘उषा’ कववता म परातः कालीन न ला आकाि फकसक जसा बताया गया ि? 14. कवव उमािीकर जोि न अपन खत म कौन-सा ब ज बोया? 15. ‘रबाइयाी’ कववता म फकसक लचछ चमक रि ि?

परशन-4- ररकत सथान म उधचत शबद चनकर ललखखए - 1. कवव िररवीि राय बचचन को ______सीसार निीी िाता ि। (पणश/अपणश) 2. कमरा एक साथ_____और _____ को रोत िए हदखाता ि।

(दिशक/अपाहिज/वकता) 3. सीसार म पन: सिोदर______ निीी शमलता। (िाई/शमतर) 4. परगनतवादी कवव िोवषतो क परनत_____तथा िोषको क परनत______का िाव

रखत ि। (सिानिनत/आिोि/दानवता) 5. हिीदी का पिला मिाकावय_______ि।(मिािारत/पथव राज रासो) 6. कववता का खखलना िला ______ कया जान! (िल /कवव) 7. जोर जबरदसत स बात की _______मर गई। (चड / अीगठी) 8. परयोगवाद का परारीि सन ______स माना जाता ि।(1936/1946) 9. िासतर य िाषा (सीसकत) म सजशन-कषमता िोन क बावजद ि गोसवाम तलस दास

न ________व ________को साहितय रचना क माधयम क रप म चना। (बरज/मचथली/अवध )

10. तलस क अनसार सीसार क अचछ-बर समसत लीला-परपीचो का आधार______ि। (पट की आग/जीगल की आग)

11. लकषमण को ननिारत िए शर राम________क समान ववलाप करत ि। (सामानय वयजकत/ववशिषट वयजकत)

12. आीगन म मचलत बचच का मन ______पर ललचा गया।(चाीद/दिी) 13. रात म पसरा सननाटा अपन _______अपन वयकत कर रिा ि।(कलपना/वदना) 14. फफराक की गजलो पर मगध िोकर लोग कित ि, ‘तमन इतन अचछी_____किाी

स स ख ली?’(चचतरकारी/िायरी) 15. कवव उमािीकर जोि को कागज का पनना एक ______की तरि लगता ि।

(चौकोर खत/ खाली ज वन)

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परशन-5- सिी जोडी बनाकर ललखखए :

(1)

कॉलम अ कॉलम ब

A. जयिीकर परसाद

B. सशमतरानीदन पीत

C. अजञय

D. सयशकाीत बतरपाठी ननराला

E. उमािीकर जोि

1) तार सपतक

2) मिापराण

3) परकनत क सकमार कवव

4) गजरात कववता

5) छायावाद क परवतशक

(2)

कॉलम अ कॉलम ब A. कया िली कया याद करी B. की वर नारायण C. रघव र सिाय D. िमिर बिादर शसीि E. उमािीकर जोि

1) आतमजय 2) लोग िलत गय ि 3) कछ कववताएी 4) गीगोतर 5) िररवीि राय बचचन

(3)

कॉलम अ कॉलम ब

A. राषरपरम का िाव B. खड बोली का ववकास C. कलपना की परधानता D. यथाथश का चचतरण E. नए-नए उपमानो का परयोग

1) दवववदी यग 2) छायावाद 3) िारतद यग 4) परयोगवाद 5) परगनतवाद

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(4)

कॉलम अ कॉलम ब

A. कागज का एक पनना B. रबाइयाी C. गजल D. नए बबीब एवी अपमान E. ग त

1) शर 2) चौकोर खत 3) उषा 4) छीद 5) िालावाद

➢ कावय खणड स दो अनत लघ उततरीय परशन ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟐𝒙𝟐 = 𝟒 अिक ➢ शबद सीमा : लगभग 𝟑𝟎 िबद

1. ‘उषा’ कववता म गाीव की िोिा कस बताई गई ि? 2. ‘कमर म बीद अपाहिज’ करणा क मखोट म छप िरता की कववता ि। आिय सपषट

कीजजए। 3. बात को कील की तरि ठोकना कया ि? ऐसा कयो फकया जाता ि? 4. वानरो की वयाकलता क दो कारण शलखखए। 5. कववतावली म बताई गई दो आचथशक समसयाओी को शलखखए। 6. िमिर की कववता क आधार पर गाीव की सबि की दो वविषताएी शलखखए। 7. चचडडयो क बचच न डो स कयो झाीकत ि? 8. चचडडयाी चीचल कयो िो रिी ि? 9. ‘परद पर वकत की कीमत ि’ किकर कवव न पर साकषातकार क परनत अपना नजररया

फकस रप म रखा ि? 10. ‘ननज उर क उदगार’ स कवव का कया तातपयश ि? 11. कवव को उदगार और उपिार कयो वपरय ि? 12. बचचन ज को सीसार कयो वपरय निीी ि? 13. सीसार की ववषमताओी क ब च कवव कस ज रि ि? 14. कवव न रावण की तलना फकसस की ि और कयो? 15. तलस को िाय-िाय करन की नौबत कयो आय ?

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➢ कावय खिड स एक लघ उततरीय परशन (कपि पररचय) ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟏𝒙𝟑 = 𝟑 अिक ➢ शबद सीमा : लगभग 𝟕𝟓 शबद

• ननमनललखखत साहितयकारो (कपियो) क साहिमतयक पररचय हदए गए बबनदओि क आिार पर

ललखखए : ❖ साहिजतयक पररचय ित बबनद : i. दो परमख रचनाएी ii. िाषा और िली iii. साहितय म सथान

❖ साहितयकारो क नाम : 1. गोसवाम तलस दास 2. िमिर बिादर शसीि 3. िररवीि राय बचचन 4. की वर नारायण 5. रघव र सिाय ।

➢ कावय खिड ननमन पदयािश का सिदभष, परसिग सहित भािाथष ललखखए - ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟏𝒙𝟒 = 𝟒 अिक ➢ शबद सीमा : लगभग 𝟏𝟐𝟎 शबद

1) म जग – ज वन का िार शलए फिरता िा, फिर ि ज वन म पयार शलए फिरता िा;

कर हदया फकस न झीकत जजनको छकर म साासो क दो तार शलए फिरता िा! 2) म ननज रोदन म राग शलए फिरता िा,

ि तल वाण म आग शलए फिरता िा, िो जजस पर िपो क परासाद ननछावर, म वि खीडिर का िाग शलए फिरता िा।

3) मझस शमलन को कौन ववकल? म िोऊा फकसक हित चीचला? यि परशन शिचथल करता पद को, िरता उर म ववहवलता ि! हदन जलदी-जलदी ढलता ि!

4) जोर जबरदसत स

बात की चड मर गई और वि िाषा म बकार घमन लग !

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5) खत न फकसान को, शिखारी को न ि ख, बशल, बननक को बननज, न चाकर को चाकरी ज ववका बबिीन लोग स दयमान सोच बस, कि एक एकन सो ‘ किाा जाई, का करी ?’

6) कथा किी सब तहिी अशिमान । जहि परकार स ता िरर आन ।।

तात कवपनि सब ननशसचर मार । मिा मिा जोधा सीघार ।। दमशख सरररप मनज अिारी। िट अनतकाय अकी पन िारी।। अपर मिोदर आहदक ब रा। पर समर महि सब रनध रा।।

दोिा

सनन दसकी धर बचन तब की िकरन बबलखान।

जगदीबा िरर आनन अब सठ चाित कलयान।।

7) कलपना क रसायनो को प िबद क अीकर िट, पललव-पषपो स नशमत िआ वविष।

8) झमन लग िल, रस अलौफकक, अमत धाराएा िटत ी रोपाई कषण की, कटाई अनीतता की लटत रिन स जरा ि निीी कम िोत । रस का अकषय पातर सदा का छोटा मरा खत चौकोना।

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➢ इकाई : 2 गदयखणड (कल आििहटत अिक-17) ➢ िसतननषठ परशन− 𝟔𝐱𝟏 = 𝟔 अिक, ➢ अनत लघ उततरीय परशन− 𝟐𝐱𝟐 = 𝟒 अिक ➢ लघ उततरीय परशन−𝟏𝐱𝟑 =3 अिक, ➢ पिशलषरातमक परशन −𝟏𝐱𝟒 = 𝟒 ➢ कल परशन – 4 ➢ नोट – गदय खिड क पाठ -काल मघा पानी द, चाली चमललन यानी िम सब,नमक स

कोई भी परशन, परशनपतर म समममललत निीि ककया जाएगा।

परशन 1- सिी पिकलप चनकर ललखखए:

1. ‘िजकतन’ रखाचचतर म वखणशत पीचायतो क सीबीध म ननमनशलखखत कथनो पर ववचार कीजजए-

1. अयोगय ि। 2. पीचायत गीग और लाचार ि। 3. अपन सवाथो को परा करत ि।

उपयशकत म स कौन-सा/स कथन सिी ि/ि? A. कवल 1 B. कवल । और 2

C. कवल । और 3 D. 1,2 और 3

2. ननबीध ‘बाजार’ दिशन’ म पस को किा गया ि - A. िाथ की मल ि B. ितान का जाल ि C. चकाचौध ि D. पावर ि

3. 'बाजारपन' स अशिपराय ि -

A. बाजार स अनावशयक वसतएा खरीदना B. बाजार स आवशयक वसतएा खरीदना C. बाजार को सजाकर आकषशक बनाना D. बाजार म िी ववचरण करना

4. पिलवान क गाीव म ब मारी िल गई थ -

A. मलररया और िजा B. मलररया और डग C. िजा और चचक

D. चचक और पलग

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5. लटटन शसीि न नाम पिलवान को िराया था -

A. छोट शसीि को B. काला खाी को C. चॉ ीद शसीि को D. राजा सािब को

6. बाजार क जाद की ओर सबस जयादा आकवषशत इजनदर ि -

A. ऑ ीख B.कान C.नाक D.ज ि

7. ‘पिलवान की ढोलक’ किान की िरआत म फकस ऋत का उललख शमलता ि?

A. बसीत B.गर षम C.वषाश D.ि त

8. िजारी परसाद दवववदी क अनसार कवव विी ि जो-

1) अनासकत योग रि सक

2) मसत और बपरवा रि सक

3) छीद और तक जोड सक

उपयशकत म स कौन-सा/स कथन सिी ि/ि-

A. कवल B. 1 कवल 2 C. कवल 3 D. 1 और 2

9. शिरीष क िल’ ननबीध क आधार पर शिरीष क िल और शिरीष क िल म कया अीतर ि/ि?

1) शिरीष का िल सीसकत साहितय म बित कोमल माना जाता ि तथा शिरीष क िल इतन मजबत िोत ि फक नए िलो क ननकल आन पर ि सथान निीी छोडत।

2) शिरीष का िल कवल िौरो क पदो का कोमल दबाव सिन कर सकता ि तथा शिरीष क िल कवल पकषकषयो का दबाव सि सकत ि।

नीच हदए गए कट का परयोग कर सिी उततर चननए-

A. कवल 1 B. कवल 2 C. 1 और 2 D. सि गलत ि

10. बाबा सािब ि मराव अीबडकर क अनसार िारत य समाज म बरोजगारी और िखमरी का कारण कया ि?

A. पीज वाद B.जानतवाद C. साीपरदानयकता D.आधननकता

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11. ‘जानतवाद’ क सीदिश म ननमनशलखखत कथनो पर ववचार कीजजए-

1) जानत-परथा पि का दोषपणश पवशननधाशरण करत ि। 2) मनषय को ज वन-िर क शलए एक पि म बाीध ि दता ि। 3) यि परनतकल पररजसथनतयो म मनषय को अपना पिा बदलन की सवतीतरता दता ि।

उपयशकत म स कौन-सा / स कथन सिी ि/ि?

A. कवल 1 B. कवल 1 और 2 C. कवल 1 और 3 D. 1,2 और 3

12. बाबा सािब क अनसार आदिश समाज की सथापना क शलए कया जररी ि?

A. सवतीतरता B. समानता C. िाईचारा D. उपयशकत सि

13. िजारी परसाद दवववदी दवारा रचचत ‘बाणिटट की आतमकथा’ फकस ववधा पर आधाररत ि?

A. ज वन B. आतमकथा C. उपनयास D. सीसमरण

14. गाीव की िाषा-सीसकनत और विाी क लोक ज वन को उजागर करन वाल साहितयकार कौन ि?

A. जगदीि चीदर माथर B. िण शवर नाथ ‘रण’ C. मोिन राकि D. उपदरनाथ ‘अशक

15. ि मराव अीबडकर क अनसार 'दासता’ का सीबीध ननमनशलखखत म स फकसस निीि ि?

A. समाज स B. कानन स C. धन स। D. शिकषा स

परशन-2- ननमनललखखत कथनो क ललए सतय / असतय ललखखए :

1. िजकतन की सतय ननषठा न उस सतयवादी िररशचीदर बना हदया था। 2. लछशमन की माता का नाम अीजना था। 3. िारत सरकार दवारा जनदर कमार को पदम िषण स सममाननत फकया गया। 4. Ük`a[kyk की कडडयाी’ ननबीध-सीगरि म मिादव वमाश न सतर -ववमिश को लकर ननबीध शलख। 5. सीसमरण ववधा म कलपननकता का अतयचधक परिाव दखन को शमलता ि। 6. जनदर कमार न अथशिासतर को अन नत िासतर की सीजञा दी ि। 7. लटटन का पालन-पोषण उसकी सास न फकया था। 8. अमलतास को आरगवध ि किा जाता ि।

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9. कणाशट-राज की वपरया ववजजजका दव काशलदास और कब र क अनतररकत फकस को ि कवव सव कार निीी करत ।

10. ‘शिरीष क िल’ ननबीध क अीत शिरीष की तलना सशमतरानीदन पीत स की गई ि। 11. दध और पान क शमशरण को िाईचार का परत क माना गया ि। 12. “म पढ-शलखकर वकील बनीगा, अछतो क शलए नया कानन बनाऊी गा और छआछत को

खतम करी गा” यि कथन बालक ि मराव का ि?

परशन-3- ररकत सथानो म उधचत शबद चनकर ललखखए -

1. लटटन______को अपना गर मानता था।(ढोलक/ काला खाी) 2. सामान जररत क हिसाब स निीी______क हिसाब स आता ि।(पचजजीग पावर/कवाशलटी) 3. मिादव वमाश का जनम उिर परदि क ______म िआ था।(लखनऊ/िरशखाबाद) 4. िजकतन क वपता का नाम______था। (सरज/सरमा) 5. मनषय अपन ________ मनोवनत क कारण अनावशयक खरीदारी करता ि।

(आचथशक/सामाजजक) 6. ‘बाजार दिशन’ पाठ म _______ की चचाश की गई ि।(वसत/गरािक) 7. कि िरीर को शसकोडकर जाड की ________की ढरी म सो रि थ।(राख/रजाई) 8. गदय म कावय की-स िावपरवणता, आतमपरकता और ववषय परधानता ________म

पाय जात ि। (लशलत ननबीध/ वयीगय ननबीध) 9. __________मलत: सामहिक ज वनचयाश की एक रीनत तथा समाज क सजममशलत

अनिवो क आदान-परदान का नाम ि।(लोकतीतर/दासता) 10. रखाचचतर को अीगरज म______किा जाता ि।(सकच/डराइीग)

परशन-4- ननमनललखखत परशनो क उततर एक िाकय म ललखखए:

1. ‘पिलवान की ढोलक’ का मखय पातर कौन ि? 2. आधननक यग क परमचीद क रप म फकस जाना जाता ि? 3. साहितयकारो की ननकटता, आतम यता और परिाव का कलातमक उललख मिादव वमाश

की फकस रचना म शमलता ि? 4. सवा धमश म िजकतन फकस पौराखणक दवता स सपधाश करत ि? 5. साहितय म नवजागरण काल फकस यग स सीबीचधत ि? 6. हिनदी गदय क उतकषश का सयोदय फकस यग को किा जाता ि? 7. फफजल सामान को फफजल समझन वाल लोगो को कया किा गया ि?

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8. शिरीष अपन शलए रस किाी स परापत करता ि? 9. पराच न ‘कणाशट राजय’ का आधननक नाम कया ि? 10. िाय, वि अवधत आज किाा ि?’ इस पीजकत म अवधत िबद का परयोग फकसक शलए

िआ ि? 11. शयामनगर क दीगल म लटटन न फकस िराया था? 12. ववखयात िाषण एनीहिलशन ऑफ कासट(1936) को पजसतका क रप म ववतररत फकया

गया था। इस पजसतका क लखक का नाम शलखखए। परशन-5- सिी जोडी बनाकर ललखखए : 1.

कॉलम A कॉलम B

A. िजकतन B. बाजार दिशन C. पिलवान की ढोलक D. शिरीष क िल E. मला आीचल

1. किान 2. समनत की रखाएी 3. िजारी परसाद दवववदी 4. जनदर कमार 5. आीचशलक उपनयास

2.

कॉलम A कॉलम B

A. ननबीध B. सीसमरण C. किान D. समालोचना E. उपनयास

1. उपववधा 2. परीकषा गर 3. रामचीदर िकला 4. उसन किा था 5. अिोक क िल

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3.

कॉलम A पबतरका

कॉलम B सिपादक

A. कवव वचन सधा B. हिीदी परदीप C. आनीद कादीबबन D. बराहमण E. सरसवत

1. मिाव र परसाद दवववदी 2. परताप नारायण शमशर 3. बालकषण िटट 4. िारतद िररशचीदर 5. बदरीनारायण चौधरी

4

कॉलम A कॉलम B

A. मीि परमचीद B. जयिीकर परसाद C. रामचीदर िकल D. मिादव वमाश E. रािल साीकतयायन

1. वदना और करणा 2. यातरा विानत 3. कथा समराट 4. नाटक समराट 5. ननबीध समराट

5.

कॉलम A कॉलम B

A. कलम का शसपािी B. एक घीट C. इीदमत D. आधननक यग की म रा E. वयीगयकार

1. हिीदी की पिली किान 2. िररिीकर परसाई 3. परमचीद 4. हिीदी की पिली एकाीकी 5. मिादव वमाश

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➢ गदय खिड स दो अनत लघ उततरीय परशन ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟐𝒙𝟐 = 𝟒 अिक ➢ शबद सीमा : लगभग 𝟑𝟎 शबद

1) “िजकतन अचछी ि, यि किना कहठन िोगा।” मिादव क इस कथन का आिय सपषट

कीजजए। 2) िजकतन और मिादव वमाश क पारसपररक सीबीधो को सवक- सवाम सीबीध कयो निीी किा

जा सकता? 3) िजकतन का वासतववक नाम कया ि? वि इस लोगो स कयो छपात ि? 4) िजकतन क सविाव की दो वविषताएी शलखखए। 5) ववमाता न िजकतन को उसक वपताज की मतय का समाचार दर स कयो िजा? 6) िजकतन क परनत सास का अपरतयाशित अनगरि कया था? 7) ‘मन खाली िो, तब आ जाना जाओ।’ जनदर कमार न ऐसा कयो किा ि? 8) बाजार की साथशकता फकस पर ननिशर ि? 9) बाजार जात समय िम फकन फकन बातो पर धयान रखना चाहिए? बाजार दिशन पाठ क

आधार पर उिर शलखखए। 10) लटटन पिलवान न ढोल को अपना गर कयो किा? 11) ‘पिलवान की ढोलक’ किान म गाीव वालो को कौन-कौन स सीकट का सामना करना

पडा? 12) किान कार िण शवर नाथ ‘रण’ न मिामारी िलन स पवश और उसक बाद क सयोदय

और सयाशसत म कया अीतर बताया ि? 13) लटटन शसीि की कीनतश दर-दर तक कस िली गई? 14) ‘पिलवान की ढोलक’ किान म मिामारी गरसत गाीव की बबस का चचतरण कीजजए। 15) शिरीष को कालजय अवधत कयो माना गया ि? 16) शिरीष का िल सीसकत साहितय म कसा माना जाता ि? 17) लखक िजारी परसाद दवववदी न काशलदास को मिान कवव कयो किा ि? 18) जगत क अनतपररचचत और अनतपरमाखणक सतय कया ि? 19) ‘ि तपषप’ फकस किा जाता ि? और कयो? 20) डॉ. अमबडकर म आदिश समाज क फकतन ततव बताएी ि? उन ततवो क नाम शलखखए। 21) ‘िातता’ का कया मितव ि?

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22) जानत परथा समाज म क दर समसयाओी को जनम दत ि? 23) डॉ. अमबडकर क मतानसार ‘दासता’ की पररिाषा शलखखए।

➢ गदय खिड स एक लघ उततरीय परशन (लखक पररचय) ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟏𝒙𝟑 = 𝟑 अिक ➢ शबद सीमा : लगभग 𝟕𝟓 शबद

ननमनशलखखत साहितयकारो (लखको) क साहिजतयक पररचय हदए गए बबीदओी क आधार पर शलखखए :

➢ साहिमतयक पररचय ित बबिद : i. दो परमख रचनाएी ii. िाषा और िली iii. साहितय म सथान

साहितयकारो क नाम : 1) जनदर कमार 2) मिादव वमाश

3) िण शवर नाथ ‘रण’ 4) िजारी परसाद दवववदी

➢ गदय खिड स ननमन गदयािशो की सिदभष, परसिग सहित वयाखया ललखखए - ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟏𝒙𝟒 = 𝟒 अिक शबद सीमा : लगभग 𝟏𝟐𝟎 शबद

i. एक-एक बार मझ मालम िोता ि फक यि शसिश एक अदित अवधत ि । द:ख िो या सख,

वि िार निीी मानता। न ऊधो का लना, न माधो का दना। जब धरत और आसमान जलत रित ि, तब ि यि िजरत ना जान किाी स अपना रस ख ीचत रित ि। मौज म आठो याम मसत रित ि। एक वनसपनत िासतर न मझ बताया फक यि उस शरण का पड ि जो वायमीडल स अपना रस ख ीचता ि। जरर ख ीचता िोगा। निीी, तो ियीकर ल क समय इतन कोमल तीत जाल और ऐस सकमार कसर को कस िोगा सकता था?

ii. अवधतो क मीि स िी सीसार की सबस सरस रचनाएी ननकली ि। कब र बित-कछ शिरीष क समान िी थ, मसत और बपरवा, पर सरस और मादक। काशलदास ि जरर अनासकत योग रि िोग। शिरीष क िल िककडाना मसत स िी उपज सकत ि और ‘मघदत’का कावय उस परकार क अनासकत अनाववल उनमकत हरदय म उमड सकता ि।

iii. जो कि अनासकत निीी रि सका, जो िककड निीी बन सका, जो फकए-कराए का लखा-जोखा शमलान म उलझ गया, वि ि कया कवव ि? कित ि कणाशट- राज वपरया ववजजजका दव न गवश पवशक किा था फक एक कवव बरहमा थ, दसर वालम फक और त सर वयास। एक न वदो को हदया, दसर न रामायण को और त सर न मिािारत को।

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iv. िजकतन और मर ब च म सवक-सवाम का सीबीध ि, यि किना कहठन ि; कयोफक ऐसा कोई सवाम निीी िो सकता, जो इचछा िोन पर ि सवक को अपन सवा स िटाना सक और ऐसा सवक ि निीी सना गया, जो सवाम क चल जान का आदि पाकर अवजञा स िास िजकतन को नौकर किना उतना िी असीगत ि, जजतना अपन घर म बारी-बारी स आन-जान वाल अाधर-उजाल और आागन म िलन वाल गलाब और आम को सवक मानना। व जजस परकार अजसततव रखत ि, जजस साथशकता दन क शलए िी िम सख-द:ख दत ि, उस परकार िजकतन का सवतीतर वयजकततव अपन ववकास क पररचय क शलए िी मर ज वन को घर िए।

v. बाजार म एक जाद ि। वि जाद आाख की राि काम करता ि। वि रप का जाद ि जस चीबक का जाद लोि पर िी चलता ि, वस िी इस जाद की ि मयाशदा ि। जब िरी िो, और मन खाली िो, ऐस िालत म जाद का असर खब िोता ि। जब खाली पर मन िरा न िो, तो ि जाद चल जाएगा। मन खाली ि तो बाजार की अनकानक च जो का ननमनतरण उस तक पिाच जाएगा। किीी उस वकत जब िरी िो,तब तो फिर वि मन फकसकी मानन वाला ि!

vi. यिाा मझ जञात िोता ि फक बाजार को साथशकता ि विी मनषय दता ि जो जानता ि फक वि कया चािता ि। और जो निीी जानत फक व कया चाित ि, अपन ‘पचजजीग पावर’ क गवश म अपन पस स कवल एक ववनािक िजकत-ितान िजकत, वयीगय की िजकत-िी बाजार को दत ि। न तो व बाजार स लाि उठा सकत ि न उस बाजार को सचचा लाि द सकत ि। व लोग बाजार का बाजारपन बढात ि। जजसका मतलब ि फक कपट बढात ि। कपट की बढत का अथश परसपर म सदिाव की घटी।

vii. राबतर की ववि वषका को शसिश पिलवान की ढोलक िी ललकारकर चनौत दत रित थ । पिलवान सीधया स सबि तक, चाि जजस खयाल स ढोलक बजाता िो, फकी त गााव क अदरधमत, औषचध-उपचार-पथय-वविीन पराखणयो म वि सीज वन िजकत िी िरत थ । बढ-बचच-जवानो की िजकतिीन आाखो क आग दीगल का दशय नाचन लगता था। सपीदन-िजकतिनय सनायओी म ि बबजली दौड जात थ । अवशय िी ढोलक की आवाज म न तो बखार िटान का कोई गण था और न मिामारी की सवशनाि िजकत को रोकन की िजकत िी, पर इसम सीदि निीी फक मरत िए पराखणयो को आाख मीदत समय कोई तकलीफ निीी िोत थ , मतय स व डरत निीी थ।

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➢ इकाई : 𝟑 पितान − 𝟐 (कल आििहटत अिक−𝟎𝟕) ➢ िसतननषठ परशन∶ 𝟓𝒙𝟏 = 𝟓 अनत लघ उततरीय परशन− 𝟏𝒙𝟐 = 𝟒 अिक ➢ पितान 2 क पाठ -डायरी क पनन स कोई भी परशन, परशनपतर म समममललत निीि

ककया जाएगा।

परशन -1-सिी पिकलप चनकर ललखखए: 1. ‘शसलवर वडड ीग’ किान की मल सीवदना कया ि?

A. प ढी का अीतराल B. पाशचातय सीसकनत का परिाव C िौनतकता का परिाव D. िाशिए पर धकल जात मानव य मलय

2. यिोधर बाब क वयजकततव क सीबीध म हदए गए कथनो पर ववचार कीजजए: i. उनम एक दवीदव ि, जजसक कारण नया उनि कि -कि ख ीचता तो ि, पर पराना

छोडता निीी। ii. व एक आदिश वयजकततव ि, और नए-नए ववचारो को अपनान स परिज निीी करत

ि। iii. व परीपरागत ढर पर चलन क कारण बदलाव पसीद निीी करत।

उपयषकत कथनो म स कौन-सा/स कथन यशोिर बाब क वयमकतति का समथषन करत ि/ि? A. कथन i और ii B. कथन ii और iii C. कथन i और iii D. कवल कथन iii

3. यिोधर बाब अपन पररवार स कया अपकषा करत थ? A. आजञा पालन कर B. परीपराओी का पालन कर C. सममान कर D आधननकता को सव कार कर

4. यिोधर बाब सवशपरथम फकस पद पर ननयकत िए ि? A. कलकश B. बॉय सववशस C. सिायक कलकश D. सकिन ऑफिसर

5. यिोधर बाब की दिा दवाररका स लौट सदामा जस कब िो गई थ ? A. त थश यातरा स घर पिीचन पर B. सबज लकर घर पिीचन पर C. ऑफिस स घर पिीचन पर D. फकिनदा क घर स लौटन पर

6. आनीद यादव की ककषा क मॉननटर का कया नाम था? A. चविाण पाटील B. मनोिर पाटील C. वसीत पाटील D. राव पाटील

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7. ‘जझ’ उपनयास मलतः फकस िाषा म शलखा गया ि? A. हिनदी B. अीगरज C. मराठी D. गजरात

8. ‘जझ’ उपनयास फकस िली म शलखा गया ि? A. पतरातमक B. वणशनातमक C.नाटकीय D.आतमकथातमक

9. आनीदा की माी क अनसार उसक वपता जीगली सअर की तरि कयो गराशन लगत ि? A. सकल न जान पर B. गिकायश न करन पर C. पढाई की बात करन पर D. घमन जान की बात पर

10. “कया नाम ि मिमान? नया हदखाई दता ि। या गलत स इस ककषा म बठ िो?” उपयशकत कथन ककषा म फकसन,फकसस कि?

A. आनीदा न चविाण क लडक स कि B. चविाण क लडक न आनीदा स कि C.चविाण क लडक न वसीत पाटील स कि D. राव क आनीदा स कि

11. ‘अत त म दब पाीव’रचना फकस रप म शलख ि? A. ज वन और सीसमरण रप म B. आतमकथा और डायरी रप म C. सीसमरण और रखाचचतर रप म D. यातरा वताीत और ररपोटश रप म

12. मअनजोदाडो स परापत िई नतशकी की मनत श फकस राषरीय सीगरिालय म रख िई ि? A. हदलली सीगरिालय म B. लीदन सीगरिालय म C. इसलामाबाद सीगरिालय म D. मदरास सीगरिालय म

13. नदी, कएा, सनानागार और बजोड ननकास वयवसथा को दखत िए लखक ओम थानव न शसीध घाटी सभयता ननमन म स फकसकी सीजञा दी ि?

A. मानसरोवर B. गीगोतर C. जल-सीसकनत D. नदी-त र सीसकनत 14. शसीध सभयता की परमख वविषता कया ि?

A. सौदयश बोध B. सीसकनत बोध C. सभयता बोध D. नगर बोध 15. शसीध घाटी सभयता म कपास की खत की जात थ । यि बात खदाई म शमल फकस

अविष स परमाखणत िोत ि? A. कपास क ब ज B. सत वसतर C. कपास क शिला चचतर D.रई

16. सार गााव िर म लखक क घर सबस पिल कोलि चलता था, इस सीदिश म हदए गए कथनो पर ववचार कीजजए : अ. उनक गड की माीग बित जयादा िोन तथा अचछी आमदन क शलए। ब. उनका गड बित अचछा निीी था | अतः बाजार म जयादा गड आ जान पर

उसक गड को कोई निीी खरीदता था |

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उपयषकत म स कौन सा/स कथन सिी ि/ि? A. कवल अ B. कवल ब C. अ और ब दोनो D. कोई ि सिी निीी ि

परशन 2- ननमनललखखत कथनो क ललए सतय / असतय ललखखए : 1. लखक मनोिर शयाम जोि न यिोधर बाब को फकिनदा का मानस पतर किा ि। 2. यिोधर बाब को बट िषण की सबज लान जाया कर वाली बात चि गई। 3. यिोधर बाब की पतन अकसर बचचो का िी साथ दत थ । 4. यिोधर बाब ज वन म मौज मसत क पकषधर थ। 5. ‘जझ’ किान गोदान उपनयास का अीि ि। 6. लखक आनीद यादव न ककषा पाीचव म दाखखला शलया। 7. लखक न पढाई क शलए सबस पिल अपन माी स बात की। 8. लखक क वपता का नाम रतनापपा था। 9. मअनजोदाडो की गशलयो तथा घरो को दखकर लखक को राजसथान का खयाल

आया। 10. शसीध घाटी सभयता म सीतर और अमरद िल उगाए जात थ।

परशन 3- ररकत सथान म उधचत शबद चनकर ललखखए - 1. ‘शसलवर वडड ीग’क कथानायक______को अपना आदिश मानत थ। (फकिन दा/

चगरीि) 2. ‘शसलवर वडड ीग म िषण न अपन वपता को उपिार म_______हदया। (ऊन डरशसीग

गाउन/ऊन सवटर) 3. सौदलगकर ______िाषा (ववषय) क शिकषक थ। (अीगरज /मराठी) 4. ितश क अनसार पाठिाला जान स पिल आनीदा को सवर ______ बज तक खत

म काम करना िोता था। (11बज/12बज) 5. आनीदा क ककषाधयापक का नाम_______था। (मीतर /व .पीत) 6. िगन इमारत म _______खीि ि। (17/20) 7. यिोधर बाब मल रप स______क रिन वाल थ। (गोरखपर/कमाऊी ) 8. मअनजो-दाडो स शसीध नदी ______की दरी पर बित ि। (5फकम /12 फकम ) 9. ‘जझ’ किान म लखक क घर कोलि ______क बाद िर िोता था।

(दििर/हदवाली) 10. ‘जझ’ किान म लखक अधयापक______की पररणा स कवव बन गय।

(सौदलगकर/आनीद कमार यादव)

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परशन 4- ननमनललखखत परशनो क उततर एक िाकय म ललखखए :

1. यिोधर बाब का तफकया कलाम वाकयाीि कया ि? 2. ‘शसलवर वडड ीग’ किान क लखक का नाम शलखखए। 3. ‘जझ’ उपनयास क हिीदी अनवादक का नाम शलखखए। 4. खदाई स परापत गिी का रीग कसा ि? 5. मअनजोदाडो क वासतकला की तलना फकस नगर स की गई ि? 6. ‘जझ’ किान मखयतः लखक की फकस परववि को उजागर करत ि? 7. ईख स गड जयादा ननकल इसशलए गाीव क अनय फकसान कया करत थ? 8. कागज और पशसल न िोन पर लखक कववता कस शलखत थ? 9. यिोधर बाब क बचचो क अनसार साइफकल कौन चलात ि? 10. व .ड .पीत फकसका नाम ि?

परशन 5- सिी जोडी बनाकर ललखखए :

(1)

कॉलम अ कॉलम ब 1. शसलवर वडड ीग 2. जझ 3. अत त म दब पाीव 4. डायरी क पनन 5. डॉ.आनीद यादव

A मराठी साहितयकार B ऐन फर क C लीब किान D उपनयास क अीि E यातरा वताीत

(2)

कॉलम अ कॉलम ब

1. कषणानीद पाीड 2. िषण 3. पिाडगीज 4. चगरीि 5. डरशसीग गाउन 6. मनोिर शयाम जोि

A यिोधर बाब का साला B फकिनदा C यिोधर बाब का बटा D सबज बाजार E शसलवर वडड ीग

F उपिार

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(3)

कॉलम अ कॉलम ब 1. िगन इमारत 2. जञानिालाएी 3. बडा घर 4. शसीध सभयता

A उपासना क दर B सचचवालय C समाज पोवषत D कॉलज ऑि पर सटस

➢ पितान भाग −𝟐 स एक अनत लघ उततरीय परशन ➢ परशन पर आििहटत अिक : 𝟏𝒙𝟐 = 𝟐 अिक ➢ शबद सीमा : लगभग 30 शबद

1. यिोधर बाब क तककया कलाम वाकयाीिो म स कोई चार वाकयाीि शलखखए। 2. आनीदा को उसक वपता न पाठिाला जान स कयो रोक हदया? 3. असीक क िल स कया आिय ि? 4. फफरज क सीबीध म यिोधर बाब क कया ववचार ि? 5. अपन आसपास क उन सववधाजनक और आधननक साधनो क बार म शलखखए,

इन साधनो को बजगश कयो पसीद निीी करत ि? 6. यिोधर बाब न फकिनदा स जजन ज वन मलयो को पाया था,वि आपक शलए ि

कस उपयोग िो सकत ि? 7. ‘जझ’ किान म आपको फकस पातर न सबस अचधक परिाववत फकया? उसक चररतर

की दो वविषताएी शलखखए। 8. ‘जझ’ किान स फकिोर-फकिोररयाी कौन स ज वन मलय गरिण कर सकत ि? 9. शर सौदलगकर क अधयापन की व दो वविषताएी शलखखए, जजनिोन लखक क मन

म कववता क परनत रचच जगाई? 10. यिोधर बाब क वयजकततव की वविषताएी शलखखए। 11. लखक न शसीध घाटी सभयता को 'जल−सीसकनत’ किा ि। आप लखक क पकष म

ि या ववपकष म? अपन ववचार शलखखए। 12. पराततवविाओी न फकस िवन को 'कॉलज ऑि पर सरस' किा ि? 13. मअनजो-दाडो और चीड गढ क नगर शिलप की समानताओी को शलखखए। 14. मअनजो-दाडो को दखत-दखत लखक को फकसकी याद आ गई?

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15. मअनजो-दाडो म बड-घरो म ि छोट−छोट कमर िोन का कया कारण िो सकता ि?

➢ इकाई : 𝟒 अलभवयमकत और माधयम (कल आििहटत अिक−𝟎𝟕) ➢ िसतननषठ परशन∶ 𝟓𝒙𝟏 = 𝟓, अनत लघ उततरीय परशन− 𝟏𝒙𝟐 = 𝟐 अिक परशन 1- ननमनललखखत परशनो क ललए सिी पिकलप चनकर ललखखए :

1. इीटरनट पतरकाररता आजकल बित लोकवपरय ि कयोफक, अ. इसस दशय एवी वपरीट दोनो माधयमो स खबर बित त वर गनत स पिाचाई जात

ि, इसस खबरो की पजषट ततकाल िोत ि। आ. इसस न कवल खबरो का सीपरषण, पजषट, सतयापन िी िोता ि बजलक खबरो क

बकगराउीडर तयार करन म ततकाल सिायता शमलत ि। उपयषकत म स कौन-सा/ स कथन सिी ि/ि?

A. कवल अ B. कवल आ C. अ और आ D.कोई निीी 2. वतशमान छापखान का आववषकार ननमन म स फकसन फकया?

A गटनबगश न B. 3 चचनशमन न C. ननिाल शसीि न D. जॉनसन न

3. समाचार लखन की कौन स िली सबस परिाविाली ि? A. वणशनातमक िली B. वववचनातमक िली

C. वपराशमड िली D. उलटा वपराशमड िली 4. फिकट मच का परसारण फकस परकार का परसारण ि?

A. िोन इन B. एीकर पकज C. स धा परसारण D. एीकर वाइट

5. ननमनशलखखत म स नाटक की मिततवपणश वविषता कौन स ि? A. चररतर चचतरण B. समय क बीधन स मकत C. समय का बीधन D. कथा का तारतमय

6. ननमन म स फकसका सीबीध कववता स निीि ि? A. िबद B. िाषा C. छीद D. वादय यीतर

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7. किान मानव मन की फकन ववियो को िाीत करत ि? A. िख और ईषयाश को B. जजजञासा और करणा को C. वमनसय और चचीता को D. जजजञासा और उतसकता को

8. किान का पिला ततव फकस माना गया ि? A. कथानक B. चररतर चचतरण C. कथनोपकथन D. िाषा िली

9. रडडयो नाटको म ननमनशलखखत म स कया मितवपणश ि- A सीवाद B. धवनन परिाव C. मीच सजजा D. A और B

10. ववदयाचथशयो को अशिवयजकत कौिल कस परापत िोता ि? A नया सोचन और नया शलखन स B. परान ननबीधो क अनसरण स C. ननबीध को याद करक D. परीपरागत ववषयो पर शलखकर

परशन 2- ननमनललखखत कथनो क ललए सतय /असतय ललखखए : 1. िारत का पिला छापाखाना हदलली म लगाया गया। 2. समाचार पतर का सीपादन करन वाला सीवाददाता किलाता ि। 3. पणशकाशलक पतरकार फकस समाचार सीगठन म काम करन वाला ननयशमत वतन

िोग कमशचारी िोता ि। 4. कववता का अननवायश ततव ‘लय’ ि। 5. परनतिोध का सिकत माधयम रीगमीच ि। 6. कथानक का सवरप-परारीि, मधय और अीत म वविकत िोता ि। 7. किान कार घटनाओी म यथाथश का शमशरण करता ि। 8. किान और नाटक शमलत -जलत ववधा ि। 9. रडडयो नाटक क त न अीग िोत ि। 10. अपरतयाशित ववषय पर शलखन क पवश ववषय क बार म अचछी तरि स सोच ववचार

कर लना चाहिए।

परशन 3- ननमनललखखत परशनो क उततर एक िाकय म ललखखए :

1. उलटा वपराशमड िली म समाचार फकतन िागो म बाीटा जाता ि? 2. टलीववजन क शलए खबर लखन की मौशलक ितश कया ि? 3. तथयो, सचनाओी तथा आीकडो की गिरी छानब न करन वाली ररपोटश को कया कित ि? 4. िारत की पिली मक फिलम कौन स थ ?

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5. सशमतरानीदन पीत न कववता क शलए फकस परकार की िाषा को आवशयक माना ि? 6. नाटय िासतर क अनसार नाटक क परतयक अीक की अवचध फकतन िोन चाहिए? 7. िारत म कौन सा गरीथ किाननयो की दजषट स लोकवपरय ि? 8. किान शलखना स खन का सबस कारगर तरीका कौन सा ि? 9. ‘अीधा यग’ क रचनयता कौन ि? 10. आमतौर पर रडडयो नाटक की अवचध फकतन िोत ि?

परशन 4- ररकत सथान म उधचत शबद चनकर ललखखए -

1. हिीदी म नट पतरकाररता______दननया क साथ आरीि िई। (वब/एप) 2. समाचार पतर परकाशित करन क शलए आखखरी समय स मा को______किा जाता ि।

(िड लाइन/डडलाइन) 3. खबर को सीपणशता क साथ परसतत करन को__________किा जाता ि। (एीकर

पकज/िोन इन) 4. िारत म पिली मक फिलम बनान का शरय_________को जाता ि। (राज

कपर/दादासािब िालक) 5. कववता का मल ततव________ ि। (सीवदना/सौदयश) 6. नाटक क सीवाद िमिा_______ और _________िोन चाहिए।

(छोट/परिाविाली/बड/जकलषट) 7. ईदगाि किान क लखक________ि। (परमचीद/सदिशन) 8. रडडयो नाटक म पातरो की सीखया _______िोत ि। (बित कम/बित अचधक) 9. आधननक किाननयो को________कित ि। (गलप/आखयानयका) 10. घटनाओी क तीत जाल को_______कित ि। (सीचारी िाव/कथावसत)

परशन 5- सिी जोडी बनाकर ललखखए : (1)

कॉलम अ कॉलम ब 1. सीपादकीय 2. फरीलाीसर 3. ऑल इीडडया रडडयो 4. िारत का पिला

छापाखाना 5. पिली मक फिलम

A. 1556 B. 1936 C. 1913 D. समाचार पतर की आवाज E. अलग-अलग अखबारो म

लखन

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(2)

कॉलम अ कॉलम ब 1. िबदो म मलजोल 2. आीतररक लय 3. दशय कावय 4. नाटक का पराण ततव 5. शिकषापरद किाननयाी

A. छीद B. नाटक C. सीवाद D. पीचतीतर E. कववता

(3)

कॉलम अ कॉलम ब 1. अशिनयता 2. वायस ओवर 3. रडडयो नाटक 4. आतमपरक िली 5. उलटा वपराशमड िली

A सवागत कथन B धवनन नाटक C. नाटक D. समाचार शलखन की िली E. अपरतयाशित ववषयो पर लखन

➢ अनत लघ उिरीय परशन − 𝟏𝐱𝟐 = 𝟐 अीक

➢ िबद स मा ∶ लगिग 𝟑𝟎 िबद

1. फलि या बरफकी ग नयज स कया तातपयश ि? 2. समाचार लखन क फकतन ककार ि? नाम शलखखए। 3. जनसीचार क परमख साधन कौन-कौन स ि? 4. चचतर →

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उपयषकत धचतर समाचार ललखन की ककस शली को परदलशषत करता ि? और कयो?

5. फीचर फकस कित ि? 6. सीपादन क शसदधाीत शलखखए। 7. इलकरॉननक म डडया की लोकवपरयता क दो कारण शलखखए। 8. सीपादकीय का कया मितव ि? 9. समाचारो क सरोत स कया तातपयश ि? 10. खोजपरक पतरकाररता फकस कित ि? 11. पतरकाररता म 'मखडा’ फकस कित ि? 12. रडडयो रपक फकस कित ि? 13. अचछी किान की वविषताएी शलखखए। 14. नाटक क फकतन ततव िोत ि? नाम शलखखए। 15. नाटक म सीवादो का कया मितव ि?

➢ इकाई ∶ 5 कावय बोध (कल आवीहटत अीक − 09)

➢ वसतननषठ परशन ∶ 5x1 = 5,

➢ अनत लघ उिरीय परशन − 2x2 = 4 अीक परशन-1- सिी पिकलप चनकर ललखखए :

1. दशमशल सवया छीद क सीदिश म, ननमनशलखखत म स फकन–फकन लकषणो का िोना आवशयक ि-

अ. इसक परतयक चरण म 23 वणश िोत ि। आ. िर चरण म सात िगण (ऽ।।) और दो गर वणश िोत ि। इ. परतयक चरण म 8 सगण क योग स 24 वणश िोत ि।

ननमनललखखत पिकलपो म स सिी पिकलप का चयन कीमजए-

A. कवल अ B. कवल आ C. अ और आ D. कवल इ 2. शर कषण क सन वचन अजशन िोध स जलन लग।

िोक अपना िलकर करतल-यगल मलन लग॥ उपयषकत पिमकतयो म अनभाि पिचाननए –

A. शर कषण क वचन. B.अजशन का िोक B. C.करतल यगल मलना D.अजशन का िोध

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3. यिोदा िरर पालन झलाव। िलराव दलराव जोइ-सोई कछ गाव। उपयशकत पीजकत म आशरय की चषटा को हदए गए ववकलपो म स चयन कीजजए-

A. पतर क परनत सनि B. माता यिोदा C. कषण का पालना D. कषण को पालन म झलाना

4. ननमनशलखखत वाकयो म ननहित अलीकारो की पिचान कर अलीकारो का सिी िम, हदए गए ववकलपो म स चयन कीजजए 1) मख चीदरमा क समान ि 2) मख मानो चीदरमा ि 3) मख िी चीदर ि

A. उपमा, उतपरकषा, रपक. B. उपमा ,रपक , उतपरकषा C. रपक , उतपरकषा , उपमा D. उतपरकषा , उपमा, रपक

5. ‘िारी म आग ललए कफरता िि’ परसतत पीजकत क शलए ननमन म स कौन सा कथन असतय ि? अ. कवव की वाण ि तल ि परीत उसक मन म ववदरोि क िाव ि। आ. पीजकत म ववरोध न िोत िए ि ववरोध का अिाव ि। इ. पीजकत म उपमय और उपमान क मधय भरम परसतत करन का परयास।

A. कवल अ B. कवल आ C. कवल इ D. अ और आ 6. कववि छीद की लय क आधार पर इस ननमन म स और कया किा जा सकत ि?

A. लशलत B. मनिरण C. मनोिर D. मिगयीद 7. चरणो म ननहित मातराओी क आधार पर दोि फकस परकार का छीद ि?

A. सम माबतरक, B. अदशधसम माबतरक C. अदशध माबतरक D. ववषम माबतरक 8. माधयश कावय गण फकन रसो म पाया जाता ि?

A. शरीगार रस B. व र रस म C. िासय रस म D. करण रस म 9. ननमनशलखखत म स कौन-सा िबद िजकत का परकार निीि ि?

A. अशिधा B. लकषणा C. वयीजना D. परसाद 10. ननमनशलखखत म स कया लकषणा म िाशमल निीि ि?

A. मखयाथश म बाधा B. मखयाथश एवी लकषयाथश म सीबीध C. रढ या परयोजन D. वयीगयाथश

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11. परसतत को दखकर फकस वविष समानता क कारण फकस दसरी वसत का भरम िो जाता ि, म भराीनतमान अलीकार िोता ि। ननमनशलखखत ववकलपो म स भराीनतमान क उपयकत उदािरण का चयन कीजजए

A. चाित चकोर सर ओर,दग छोर करर। B. ववरि ि अथवा यि वरदान। C. चरण-सरोज पखारन लागा। D. जयो-जयो बढ सयाम रीग,तयो-तयो उजजवल िोय।

12. Ük`axkj रस क परिाव पर ववचार कीजजए तथा असिगत कथन का चयन कीजजए : A. परम और सौदयश स पररपणश B. माधरी एवी कोमलता का गण C. जगत की ननससारता का िाव D. शमलन और बबछोि का िाव

परशन 2- ननमनललखखत परशनो क उततर एक िाकय म ललखखए :

1. ‘म सनि-सरा का पान फकया करता िा म कौन सा अलीकार ि? 2. ‘आतम पररचय’ कववता फकस िली म शलख गई? 3. ‘हदन जलदी जलदी ढलता ि’ पीजकत म कौन-सा अलीकार ि? 4. ‘तरत साीझ’ म कौन-सा अलीकार ि? 5. चालीस चौपाइयो वाली रचना को कया किा जाता ि? 6. दोि को उलटा करन स कौन सा छीद बन जाता ि? 7. सीचारी िाव की सीखया फकतन मान गई ि? 8. 22 स 26 वणश वाल छीद को कया किा जाता ि? 9. कावय गणो की सीखया फकतन मान गई? 10. वयीगयाथश को परकट करन वाली िबद िजकत कया किलात ि? 11. कववता म रकन एवी आग बढन क ननयम को कया कित ि?

परशन 3- ररकत सथान म उधचत शबद चनकर ललखखए - 1. जब यि ननशचय न िो फक उपमय वासतव म उपमय ि या उपमान ि,तो विाी

______अलीकार िोता ि। (सीदि/भराीनतमान) 2. रबाई उदश और िारस की लखन िली ि, जजसस______ि कित ि। (छीद/गजल)

3. गजल म शलख जान वाली िर लाइन या पीजकत_______ किलात ि। (शमसरा/काफिया)

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4. गजल म शलख जान वाल िर दो शमसर क समि को______ कित ि। (िर/काफिया) 5. जो गण कावय म जोि एवी ओज उतपनन करता ि, वि ________ किलाता ि |

(परसाद गण/ओज गण) 6. आशरय की चषटाओी _______ किलात ि। (अनिाव/उददीपन) 7. नाटय िासतर म िरत मनन न _______रसो का उललख फकया ि। (आठ/नौ) 8. अचतन परकनत को कवव मानव य िाव क माधयम स जब चतन कर दता ि, तो

वि__________अलीकार किलाता ि। (अनयोजकत/मानव करण) 9. मातराओी की सीखया पर आधाररत छीद को ________कित ि। (माबतरक छीद/वखणशक छीद) 10. जजन पीजकतयो को पढकर मन म ममता क िाव, उतपनन िो,विाी_________रस िोता

ि। (करण/वातसलय) 11. सथाई िाव को पषट करन वाल ननवद, िीका, िषश आहद िाव _________किलात ि।

(सीचारी िाव/सथाय िाव) 12. जजस कावय क परतयक पद सवतीतर एवी अपन आप म पणश िो वि ________की शरण

म आता ि। (मकत छीद/मकतक छीद)

परशन 4- ननमनललखखत कथनो क ललए सतय /असतय ललखखए : 1. अलीकार क मखयतः त न िद िोत ि। 2. जो अलीकार िबद और अथश दोनो पर आचशरत रिकर, दोनो को चमतकत करत ि

विाी अथाशलीकार िोता ि। 3. ‘ट', 'ठ', 'ड', 'ढ' वणो क परयोग का समबनध ओज कावय गण स ि। 4. मिावरो और लोकोजकतयो म जजस िबद-िजकत क माधयम स अथश गरिण फकया

जाता ि, विाी वयीजना िबद िजकत िोत ि। 5. सथाय िाव को त वर करन वाल कारक को उददीपन कित ि। 6. ‘कववि’ एक माबतरक छीद ि। 7. सोरठा छीद क परतयक चरण म 161-6 मातराएी िोत ि। 8. कववता का आिषण अलीकार ि। 9. रस को कावय की आतमा किा गया ि। 10. ओज गण िाीत रस की कववताओी म पाया जाता ि।

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परशन-5- सिी जोडी लमलाकर ललखखए : (1)

कॉलम अ कॉलम ब

1. रसराज

2. कमर म बीद

अपाहिज

3. वातसलय

4. चीदरकला

5. रस क अीग

A .मकत छीद

B. Ükaxkkj रस

C. दसवाी रस

D. चार

E. दशमशल सवया

(2)

कॉलम अ कॉलम ब

1. कववि छीद

2. घनाकषरी छीद

3. दोिा छीद

4. चौपाई छीद

5. मिगयीद छीद

A. 23 वणश

B. 32 वणश

C. 31 वणश

D. 16-16 मातराएी

E. 24 मातराएी

(3)

कॉलम अ कॉलम ब

1. कोमलकाीत पदावली

2. चीप कावय

3. मिाकावय

4. रनत

5. िोक

A. करण रस

B. माधयश गण

C. Ük`axkkj रस

D. सगोबदध रचना

E. गदय पदय शमचशरत

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➢ अनत लघ उिरीय परशन − 2𝑥2 = 4 अीक

➢ िबद स मा ∶ लगिग 30 िबद

1. रस फकस कित ि? रस क अीगो क नाम शलखखए।

2. मानव यकरण अलीकार की पररिाषा शलखखए।

3. ववरोधािास अलीकार की वविषताएी शलखखए।

4. सीदि एवी भराीनतमान अलीकार म अीतर शलखखए।

5. सीदि अलीकार का उदािरण शलखखए।

6. भराीनतमान अलीकार की पररिाषा एवी उदािरण शलखखए।

7. ववरोधािास अलीकार की वविषताएी शलखखए।

8. ववरोधािास अलीकार का उदािरण शलखखए।

9. छीद फकस कित ि? इसक िद शलखखए।

10. दोिा छीद क परमख लकषण एवी उदािरण शलखखए।

11. मिगयीद सवया क लकषण एवी उदािरण शलखखए।

12. अशिधा िबद िजकत एवी लकषणा िबद िजकत म कया अीतर ि? उदािरण दत िए सपषट कीजजए।

13. िबद गण या कावय गण की पररिाषा एवी परकार शलखखए।

14. ओज गण का एक उदािरण शलखखए

15. परसाद गण सीपनन कववताओी की कया वविषताएी ि?

16. कोमलकाीत पदावली का परयोग फकन कववताओी म फकया जाता ि?

इकाई : 6 िाषा बोध (कल आवीहटत अीक – 12)

➢ वसतननषठ परशन ∶ 𝟓𝒙𝟏 = 𝟓,

➢ अनत लघ उिरीय परशन − 𝟐𝒙𝟐 = 𝟒 अीक

➢ लघ उिरीय परशन – 𝟏𝒙𝟑 = 𝟑

परशन 1- सिी पिकलप चनकर ललखखए :

1. ‘बात का धन िोना’ मिावर का अथश ि- A. बित पस वाला B. बातो स कमाई करन वाला C. जबान का पकका D. खानदान

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2. ननमनशलखखत म स कौन-सा एक मिावरा ि?

A. घ क हदय जलाना B. ऊी ट क मीि म ज रा C. थोथा चना बाज घना D. अधजल गगरी छलकत जाए

3. ‘तन पर निीी लिा पान खाए कलकिा’ का कया अथश ि?

A. बित गरीब B. झठा हदखावा

C. बरी आदत म पढना D. बित मिीगा िोना 4. अथश क आधार पर वाकय क फकतन िद ि-

A. दो B. त न C. पाीच D. आठ

5. ‘वि िटािट गाड पर चढ गया।’इसम ‘िटािट’ कया ि?

A. रीनतवाचक फिया वविषण B. गण वाचक फिया वविषण

C. पररमाणवाचक फियावविषण D. कालवाचक फिया वविषण

6. यि लडक हदनिर उधम मचात ि, पीजकत म 'हदन िर’ कया ि?

A. ननशचयवाचक वविषण B. रीनतवाचक फिया वविषण

C. कालवाचक फिया वविषण D. पररणाम वाचक फिया वविषण

7. जजन िबदो क शलखखत सरोत निीी शमलत उनि कित ि?

A. ततसम B. तदिव C. दिज D. ववदि 8. सीसकत िाषा स हिीदी म बबना पररवतशन आए िबद किलात ि-

A. सीसकत B. ततसम C. तदिव D. दिज

9. ‘ एक रात को ढोलक की आवाज निीी सनाई पड ।’यि फकस परकार का वाकय ि?

A. ववधान वाचक B. ननषधवाचक C. इचछा वाचक D. सीदि वाचक

10. ‘की धा’ िबद का ततसम रप कया िोगा?

A. ककष B. की ध C. सकी ध D. सनाय

परशन 2- ररकत सथान म उधचत शबद चनकर ललखखए - 1. सीदि या सीिावना परकट करन वाल वाकय_______किलात ि। (सीदि वाचक/सीकत

वाचक) 2. जजन वाकयो म आजञा का िाव िोता ि व________वाकय िोत ि। (इचछा वाचक/आजञा

वाचक) 3. एक फिया स दसर फिया पर ननिशर रिन वाल वाकयो को ______वाकय कित ि।

(सीकत वाचक/ववधान वाचक)

38

4. उपसगश का परयोग िबद क______म िोता ि। (आहद/अीत) 5. माी दवारा स ख गई िाषा को________कित ि। (राजिाषा/मातिाषा) 6. सरकारी कामकाज की िाषा________किलात ि। (वविाषा/राजिाषा) 7. ________का परयोग िमिा वाकय क ब च म िोता ि। (मिावर/लोकोजकत) 8. ________पणश वाकयाीि ि। (लोकोजकत/मिावरा) 9. िाषा िबद की मल धात______ि। (िाष/िाष) 10. लटटन की गदशन पर किन डालकर चाीद ‘धचतत’ करन की कोशिि कर रिा था, पीजकत

म रखाीफकत िबद का अथश का आिय _______स ि। (िरान/मन)

परशन-3- सतय/ असतय ललखखए :

1) मालव और ननमाड कषबतरय िाषाएी ि। 2) पचजजीग पावर ववदि िाषा का िबद ि।

3) जिाी फकस िबद की एक स अचधक बार आववि िो, व िबद पणश पनरकत िबद िोत ि।

4) ‘उजास’ िबद का हिीदी मानक रप उजाला ि।

5) मिावरो को आवशयकतानसार पयाशयवाच िबदो म अनहदत फकया जा सकता ि।

6) लोकोजकत प छ कोई किान यि घटना अवशय िोत ि। 7) ‘उनमकत’ िबद ततसम िाषा का िबद ि।

8) उपसगश का परयोग िबद या िबदाीि क पिल िोता ि। 9) परतयय (धात) फकस िबद क बाद या प छ परयोग फकया जाता ि

10) फकस वयजकत वविष की वविषता बतान वाल को फिया वविषण कित ि।

परशन 4 -ननमनललखखत परशनो क उततर एक िाकय म ललखखए :

a. नाक-िौ चढाना मिावर का अथश शलखखए।

b. सागर और छतरपर म बोली जान वाली कषतर य िाषा कौन स ि?

c. जजस वाकय म फकस बात का उललख फकया जाता ि , अथश की दजषट स उस वाकय को कया कित ि?

d. मालव बोली फकन जजलो म बोली जात ि?

e. ‘परमातमा' क दो पयाशयवाच शलखखए।

f. रचना क आधार पर वाकय फकतन परकार क िोत ि?

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g. अथश क आधार पर वाकय क फकतन परकार ि?

h. ‘मझ भी फकताब चाहिए’ म रखाीफकत िबद कया ि?

i. एक िाषा क िबदो क साथ दसरी िाषा क िबदो का मलजोल कया किलाता ि?

j. िबदो क साथशक समि को कया कित ि?

परशन -5-सिी जोडी लमलाकर ललखखए :

कॉलम अ कॉलम आ

1.बित छोट या स शमत कषतर म बोली जान वाली िाषा 2. सीसकत स हिीदी म पररवतशन क साथ परयकत िबद

3.व िबद जजनकी उतपवि क मल का पता न िो परनत व परचलन म िो 4. खीडवा एवी खरगोन

5. जलज

6.जलद

7. िबदाीि जो अथश पर बल दन क शलए परयोग फकए जात ि 8. िि िावना या आि वाशद का िाव

9. ववसमय, आशचयश परम का िाव

10.सीदि या िीका का िाव

A. सीदि वाचक वाकय

B. तदिव िबद

C. दिज िबद

D. बोली

E. ननपात

F.कमल

G. इचछा वाचक वाकय

H. ववसमयाहदबोधक वाकय

I. बादल

J. ननमाड

इकाई∶ 6 भाषा बोि अनत लघ उततरीय परशन- 2x2=4 अिक ➢ शबद सीमा-लगभग 30 शबद। 1. ततसम िबद फकस कित ि? 2. मिावर एवी लोकोजकतयाी म कया अीतर ि? 3. वविषण की पररिाषा शलखखए। 4. फिया वविषण फकस कित ि?

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5. ततसम एवी तदिव िबदो म अीतर शलखखए। 6. बोली फकस कित ि? 7. मधयपरदि म बोली जान वाली बोशलयो क नाम शलखखए। 8. नाच ज तथा दारण िबदो क अथश शलखखए। 9. उपसगश और परतयय म कया अीतर ि? शलखखए। 10. ननपात फकस कित ि?

➢ लघ उततरीय परशन- 1x3=3 (एक परशन)

1. ननदिानसार वाकय पररवनतशत कीजजए: अ. लटटन ढोलक को अपना गर मानता ि। (परशनवाचक) आ. अीगरज का परशनपतर बित सरल ि। (बबना िाव बदल ननषधातमक) इ. इस बार लखक की रचना पबतरका म छप जाए।(सीदि वाचक) ई. ईमानदार वयजकत कि झठ निीी बोलता। (सीकतवाचक) उ. ढोलक की आवाज उस उतसाहित करत ि। (परशनवाचक) 2. ननमनशलखखत वाकयो को िदध कीजजए: अ. म ियीकर ि ड थ । आ. िवा चल रिी ि। इ. मदान पर बचच खल रि ि। ई. यिाी कसररया दध की लसस शमलत ि। उ. आपका िवदीय। 3. िाव पललवन कीजजए: अ. को अपन अपन नाम का ववरोधािास लकर ज ना पडता ि। आ. चलाओ का अजसततव वयवसथा का मोिताज निीी ि। इ. जरा और मतय दोनो िी जगि की अनत पररचचत और अनत परमाखणत सतय ि। ई. फकसमत िमको रो लव ि िम फकसमत को रो ल ि।

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इकाई : 7 अपहठत बोि (गदय एिि पदय) आििहटत अिक 03

ननमनललखखत अपहठत गदयािश /पदयािश को पढकर हदए गए परशनो क उततर ललखखए:

1. नारी सजषट का आधार ि। नारी क बबना सीसार की िर रचना अपणश तथा रीगतिीन ि। वि मद िोत िए ि कठोर ि, उसम पथव जस सिनि लता, सयश जसा ओज तथा सागर जसा गामि यश एक साथ दजषटगोचर िोता ि। नारी क अनक रप ि, वि समाज कि उनननत निीी कर सकता, जिाा नारी को सममान की दजषट स निीी दखा जाता। नर और नारी गिसथ रप गाड क दो पहिए ि। इन दोनो क तालमल स िी गिसथ का रथ सचार रप स गनतमान रिता ि।

परशन: (क) उपयशकत गदयाीि का उचचत ि षशक शलखखए। (ख) उपयशकत गदयाीि का साराीि शलखखए। (ग) सजषट का आधार फकस किा गया ि?

2. बड कहठन समसया ि। झठी बातो को सनकर चप िो कर रिना िी िल आदम की

चाल ि, परीत इस सवाथश और शलपसा क जगत म जजन लोगो न करोडो क ज वन-मरण का िार की ध पर शलया ि व उपकषा ि निीी कर सकत। जरा स गिलत िई फक सार सीसार म आपक ववरदध जिरीला वातावरण तयार िो जाएगा। आधननक यग का यि एक बडा िारी अशििाप ि फक गलत बात बड तज स िल जात ि।

समाचारो क ि घर आदान-परदान क साधन इस यग म बड परबल ि, जबफक धयश

और िाीनत स मनषय की िलाई क शलए सोचन क साधन अब ि बित दबशल ि। सो, जिाा िम चप िोना चाहिए, विाा चप रि जाना खतरनाक िो गया ि। िमारा सारा साहितय न नत और सचचाई का साहितय ि। िारतवषश की आतमा कि दीगािसाद और टीट को पसीद निीी करत परीत इतन तज स कटन नत और शमथया का चि चलाया जा रिा ि फक िम चप निीी बठ सकत।

अगर लाखो-करोडो की ितया स बचना ि तो िम टीट म पडना िी िोगा। िम

फकस को मारना निीी चाित पर कोई िम पर अनयाय स टट पड तो िम जरर कछ करना पडगा। िमार अीदर िया ि और अनयाय करक पछतान की जो आदत ि उस कोई िमारी दबशलता समझ और िम सारी दननया क सामन बदनाम कर यि िमस निीी सिा जाएगा। सिा जाना ि निीी चाहिए। सो, िालत यि ि फक िम सचचाई और िदरता पर दढ रित ि और ओछ वाद-वववाद और दीग-िसादो म निीी पडत।

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परशन : (क) गदयाीि का उपयकत ि षशक दीजजए। (ख) लखक न फकस स कहठन समसया माना ि और कयो? (ग) आधननक यग का अशििाप फकस माना गया ि और कयो?

3. मानव समाज का सवोिम िल ि। समाज एवी पररजसथनतयाा िी साहितयकार क वयजकततव का ननमाशण करत ि। साहितयकार की अनिनत समाज एवी पररजसथनतयो की दन िोत ि। जञान-राशि क सीचचत कोष का नाम िी साहितय ि। साहितय और समाज अनयोनयाचशरत ि। साहितय समाज का दपशण ि। मनषय जजस वातावरण म रिता ि, उसका परिाव ि उस पर पडता ि। समाज की ओर स आाख मीदकर साहितयकार निीी चल सकता। साहितय समाज का दपशण िोन क नात समयग न-पररजसथनतयो का चचतर ि परनतबबजमबत करता ि। साहितयकार का कतशवय ि फक वि अपन दिकाल एवी पररजसथनतयो का सचचा चचतर परसतत कर उसम कलपना का इनदरधनष रीग िर द।

परशन: अ. साहितयकार का कया किशवय ि? आ. गदयाीि का उचचत ि षशक शलखखए। इ. गदयाीि का साराीि शलखखए।

4. सीसकार िी शिकषा ि। शिकषा इीसान को इीसान बनात ि। आज क िौनतकवादी यग म शिकषा का परमख उददशय सख पाना रि गया ि। अीगरजो न इस दि म अपना िासन वयवजसथत रप स चलान क शलए ऐस शिकषा को उपयकत समझा, फकनत यि ववचारधारा िमारी मानयता की ववपरीत ि। आज की शिकषा परणाली एकाकी ि, इसम वयाविाररकता का अिाव ि, शरम क परनत ननषठा निीी ि। पराच न शिकषा परणाली म आधयाजतमक एवी वयाविाररक ज वन की परधानता थ । यि शिकषा कवल नौकरी क शलए निीी, ज वन को सिी हदिा परदान करन क शलए थ । अत: आज क पररवि म यि आवशयक िो गया ि फक इन दोषो को दर फकया जाय अनयथा यि दोष सरसा क समान िमार सामाजजक ज वन को ननगल जायगा।

परशन: A. उपयशकत गदयाीि का उचचत ि षशक दीजजए। B. उपयशकत गदयाीि का साराीि शलखखए। C. अीगरज शिकषा का परमख उददशय कया ि?

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5. सिलता पराजपत का मल मनतर ि-अपन समय का सदपयोग करना। सदपयोग का अथश ि-सिी उपयोग। कायश को समझ कर तरनत कायश म लग जाना। ज वन म अनक दबाव आत ि, अनक वयसतताएा आत ि। वयसतताओी स अचधक मन को आलसय घरता ि। जो वयजकत वयसतताओी का बिाना बनाकर या आलसय म नघरकर िि कायो को टाल दता ि, उसकी सिलता ि टल जात ि। इसक ववपरीत जो वयजकत सोच-समझकर योजनापवशक िि कायो की ओर ननरनतर कदम बढाता चलता ि, एक न एक हदन सिलता उसक चरण चम लत ि। आज क काम को कल पर टालन की परववि सबस घातक ि। इस परववि क कारण मन म असनतोष बना रिता ि, अनक कामो का बोझ बना रिता ि और काम को टालन की ऐस आदत बन जात ि फक िि कायश करन की घड आत िी निीी।

परशन अ. सिलता पराजपत का मल मनतर कया ि? आ. उपयशकत गदयाीि का उचचत ि षशक शलखखए। इ. गदयाीि का साराीि शलखखए। 6. मनमोहिन परकनत की जो गोद म बसा ि, सख सवगश-सा जिाा ि, वि दि कौन-सा ि? जजसक चरण ननरनतर रतनि धो रिा ि, जजसका मकट हिमालय, वि दि कौन-सा ि ? नहदयाा जिाा सधा की धारा बिा रिी ि, स ीचा िआ सलोना, वि दि कौन-सा ि ? जजसक बड रस ल, िल, कनद, नाज, मव, सब अीग म सज ि, वि दि कौन-सा ि ? जजसम सगनध वाल, सनदर परसन पयार, हदन-रात िास रि ि, वि दि कौन-सा ि ? मदान, चगरर, वनो म िररयाशलयाा लिकत , आननदमय जिाा ि, वि दि कौन-सा ि ? जजसकी अननत धन स, धरत िरी पड ि, सीसार का शिरोमखण, वि दि कौन-सा ि?

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परशन : (क) िारत का मकट फकस किा गया ि ? (ख) “स ीचा िआ सलोना’ स कया तातपयश ि ? (ग) िारत दि को सीसार का शिरोमखण कयो किा गया ि ?

7. अवसर ि, सवखणशम सयग ि, खो न इस नादान म. रीगरशलयो म, छडछाड म, मसत म, मनमान म।। तरण, ववशव की बागडोर ल त अपन कठोर कर म, सथावपत कर र मानवत बबशर निीस क उर म। दीि को कर धवसत धरा पर असत-तरसत पाखीडो को, करणा िाजनत सनि सख िर द बािर म, अपन घर म। यौवन की जवाला वाल द अियदान पद दशलतो को, तर चरण िरण म आित जग आशवासन-शवास गि॥

परशन : (क) “यि अवसर ि, सवखणशम सयग ि’ कवव न फकस अवसर को सवखणशम सयग किा

ि ? (ख) ववशव की बागडोर फकसक िाथो म िोिा पात ि ? कयो ? (ग) “बािर म, अपन घर म कया िरन क शलए किा गया ि ? (घ) “द अियदान पद दशलतो को” पीजकत को आिय सपषट कीजजए।

इकाई : 8 पतर लखन (औपचाररक / अनौपचाररक पतर लखन) ➢ आििहटत अिक : 04 (परशन सिखया -01)

1. फकस समाचार पतर क सीपादक को पतर शलखकर पराकनतक आपदाओी क दौरान आपदा गरसत कषतरो म िारत य सना क जवानो दवारा फकए जान वाल कायो का वणशन करत िए सननको की िशमका को रखाीफकत कीजजए।

2. छातर पररषद क अधयकष क रप म ननगम क मखय कायशकारी अचधकारी को पतर शलखकर ववदयालय क सामन जसथत पाकश की सिाई और दखिाल की जजममदारी लन का परसताव रखखए।

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3. सिकारी बक की िाखा अपन गराम म खोलन क शलए अनरोध करत िए जजला मखयालय म जसथत बक क परधान परबीधक को पतर शलखखए। बक खोलन का औचचतय ि शलखखए।

4. अपन कषतर क साीसद को पतर शलखकर अनरोध कीजजए फक आपक गराम म एक पसतकालय की सथापना अपन साीसद ननचध स करवाएी। इसका औचचतय ि समझाइए।

5. कछ टीव चनल वजञाननक चचीतन या तकश क सथान पर अीधववशवास िलान वाल कायशिमो का परसारण करत ि। इन क दषपरिावो की चचाश करत िए फकस समाचार पतर को पतर शलखकर इस परववि को रोकन का अनरोध कीजजए।

6. आप फकस पयशटक सथल पर भरमण क शलए गए फकी त विाी की असवचछता दखकर खखनन िए। इस पर अपन ववचार वयकत करत िए उकत सथल क पयशटन अचधकारी को एक पतर शलखखए और सधार का अनरोध कीजजए।

7. सावशजननक पद पर बन वयजकतयो म वयापत भरषटाचार को रोकन क शलए कछ उपाय सझात िए फकस दननक पतर क सीपादक को पतर शलखखए।

8. सडको पर िोन वाली दघशटना स बचाव क शलए पररविन वविाग क सचचव को पतर शलखखए।

9. सचचव, माधयशमक शिकषा मीडल मधयपरदि िोपाल को अीकसच की दववत य परनत ित पतर शलखखए।

10. अपन ववदयालय क पराचायश को खल सामगर की वयवसथा ित पराथशना पतर शलखखए।

11. अपन शमतर को परथम शरण म उि णश िोन पर बधाई सीदि शलखखए।

12. अपन वपताज को अपन पढाई क सीबीध म ववसतत जानकारी पतर दवारा परवषत कीजजए।

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इकाई : 09 अनचछद लखन/ननबिि लखन (रचनातमक लखन) ➢ इकाई पर आििहटत अिक : 04 (परशन 1) ➢ शबद सीमा : लगभग 120 शबद

1.लोकतीतर और िमारा दानयतव 2. सवचछता अशियान

3.लोकतीतर म चनाव की िशमका 4. इीटरनट एक वरदान

5. िारत य सीसकनत 6. महिला सिजकतकरण

7. मरा वपरय लखक 8. पसतको का मितव

9. परदषण क दषपररणाम 10. िम चाहिए अचछ शिकषक

11. मोबाइल क दषपरिाव 12. हिीदी िारत की पिचान

13. िारत यवाओी का दि।

उततरमाला :

▪ इकाई :1 (पदय खिड) 1.सिी पिकलप- 1.A ज वन. 𝟐 B . अवसाद 𝟑. D पररवार स बबछडन क कारण 𝟒. B तज उडान स 𝟓. D रनत म रीग 𝟔. B ननिा ननमीतरण 𝟕. D अखबारी सतिीपन 𝟖. B बात 𝟗. D दरदिशन

𝟏𝟎. C िरता 𝟏𝟏. A सयोदय 𝟏𝟐. A रावण 𝟏𝟑. B अवध 𝟏𝟒. D फितरत 𝟏𝟓. B िरो की 𝟏𝟔. C घर क आीगन म ,17 . B काल

2. सतय/असतय- 1. सतय 2.सतय 3.असतय 4.सतय 5.असतय 6.असतय 7.सतय 8.असतय 9.सतय 10.सतय 11.असतय 12.असतय 13. सतय 14.सतय 15.असतय ।

3. एक िाकय म उततर- 1. मिादव वमाश 2. सयशकाीत बतरपाठी ‘ननराला’ 3.छायावाद 4. दवववदी यग 5. वपरयपरवास 6. परयोगवाद 7.ज वन 8.पच दा 9. िदिाव निीी रखना 10. सीवदनिीनता 11.कववि 12. अथशिीन 13. िीख क जसा 14. िबद रप ब ज 15. राख क ।

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4. ररकत सथान -1.अपणश सीसार 2.दिशक,अपाहिज 3.िाई 4.सिानिनत,आिोि 5.पथव राज रासो 6.िल 7.चड 8.1946 9.अवध ,बरज 10.पट की आग 11.सामानय वयजकत 12.चाीद 13.वदना 14.िायरी 15.चौकोर खत ।

5. सिी जोडी -1) A-5 छायावाद क परवतशक ,B-3 परकनत क सकमार कवव,

C-1 तार सपतक ,D-2 मिापराण, E-4 गजरात कववता ।

2) A-5 िररवीि राय बचचन, B-1आतमजय , C-2 लोग िलत गए ि,

D-3 कछ कववताएी, E-4 गीगोतर ।

3) A-3 िारतद यग, B-1 दवववदी यग, C-2 छायावाद, D-5 परगनतवाद

,E-4 परयोगवाद

4) A-2 चौकोर खत, B-4 छीद, C-1 शर, D-3 उषा, E-5 िालावाद ।

▪ इकाई : 2 (गदय खणड) 1. सिी पिकलप – 1-.B कवल 1 और 2, 2.D पावर ि,

3.A बाजार स अनावशयक वसतएी खरीदना, 4.A मलररया और िजा, 5.B काला खाी, 6.A आीख, 7.D ि त, 8.D 1 और 2, 9.A कवल 1, 10.B जानतवाद, 11.B कवल 1 और 2, 12.D उपयशकत सि , 13.C उपनयास, 14.B िण शवरनाथ रण, 15. B कानन ।

2. सतय/असतय -1. असतय, 2. असतय 3. सतय 4. सतय 5. असतय 6. सतय 7.सतय,8. सतय 9. असतय 10.असतय 11.सतय 12.सतय ।

3. ररकत सथान -1-ढोलक,2-पचजजीग पावर,3-िरशखाबाद, 4-सरमा, 5-आचथशक, 6-गरािक ,7-राख, 8-लशलत ननबीध, 9-लोकतीतर, 10-सकच।

4. एक िाकय म उततर-1-लटटन शसीि, 2-जनदर कमार, 3-पथ क साथ , 4-िनमान, 5-

िारतद यग, 6-दवववदी यग 7-सीयम , 8-वायमीडल,9- कनाशटक, 10- मिातमा गाीध ,11-चाीद शसीि,12-डॉ.ि मराव आीबडकर।

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5. सिी जोडी- 1) A-2 समनत की रखाएी ,B-4 जनदर कमार, C-1 किान ,

D-3 िजारी परसाद दवववदी, E-5 आीचशलक उपनयास ।

2) A-5 अिोक क िल, B-1 उपववधा,C-4 उसन किा था,D-3 रामचीदर िकला,E-2 परीकषा

गर।

3) A-4 िारतद िररशचीदर,B-3 बालकषण िटट,C-5 बदरीनारायण चौधरी, D-2 परताप नारायण

शमशर,E-1 मिाव र परसाद दवववदी।

4) A-3 कथा समराट,B-4, नाटक समराटC-5 ननबीध समराट,D-1 वदना और करणा,E-2 यातरा

विानत।

5) A-3 परमचीद,B-4 हिीदी की पिली एकाीकी,C-1 हिीदी की पिली किान ,D-5 मिादव

वमाश,E-2 िररिीकर परसाई।

▪ इकाई : 3 (पितान भाग -2) 1.सिी पिकलप- 1-A प ढी का अीतराल,2-C कथन i और iii ,3-C सममान कर,4-B

बॉय सववशस,5-B सबज लकर घर पिीचन पर,6-C वसीत पाटील,7-C मराठी,8-D

आतमकथातमक,9-C पढाई की बात करन पर, 10-B चविाण क लडक न आनीदा स किा,11-

D यातरा वताीत और ररपोटश रप म,

12-A हदलली सीगरिालय म,13-C जल सीसकनत,14-A सौदयश बोध,15-B सत वसतर,16-B

कवल ब ।

2. सतय /असतय -1-सतय,2-असतय,3-सतय,4-असतय, 5-असतय, 6-सतय, 7-सतय, 8-सतय,9-सतय,10-असतय । 3. ररकत सथान- : 1-फकिनदा,2-ऊन डरशसीग गाउन,3-मराठी, 4-11 बज, 5-मीतर , 6-20,7-कमाऊी , 8-5 फक.म ., 9-हदवाली, 10-सौदलगकर

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4. एक िाकय म उततर - 1-समिाउ इीपरापर, 2-मनोिर शयाम जोि , 3-किव परथम व र,

4-काला, 5-चीड गढ, 6-सीघषश, 7-ईख को दर तक खत म खड रिन दत थ, 8-लकड क

छोट टकड स िस की प ठ पर या पतथर की शिला पर की कड स,9-चपरास , 10-यिोधर

बाब का।

5. सिी जोडी - (1) 1-C लीब किान , 2-D उपनयास क अीि, 3-E यातरा वताीत, 4-B

ऐन फर क, 5-A मराठी साहितयकार.

(2)1-B फकिन दा, 2-C यिोधर बाब का बटा, 3-D सबज बाजार, 4-A यिोधर बाब

का साला, 5-F उपिार, 6-E शसलवर वडड ीग.

(3)1-B सचचवालय, 2-D कॉलज ऑि पर सटस, 3-A उपासना क दर, 4-C समाज पोवषत।

इकाई : 4 अलभवयमकत और माधयम 1. सिी पिकलप- 1-B कवल आ , 2-A गटनबगश, 3-D उलटा वपराशमड िली, 4-C स धा

परसारण, 5-C समय का बीधन,6-D वादय यीतर,7-D जजजञासा और उतसकता,8-A

कथानक,9-D A और B, 10-A नया सोचन और नया शलखन स।

2. सतय/ असतय- 1-असतय 2-असतय 3-सतय 4-सतय 5-सतय 6-सतय 7- असतय 8-

असतय 9- असतय 10-सतय ।

3. एक िाकय म उततर- 1-त न 2-दशय क साथ लखन 3- इन डपथ ररपोटश 4-राजा

िररशचीदर 5-चचतरातमक िाषा 6-48 शमनट की 7-पीचतीतर 8-अचछी किान पढना 9-

धमशव र िारत 10- 15 स 30 शमनट ।

4. ररकत सथान – 1-वब 2-डड लाइन 3-एीकर पकज 4-दादासािब िालक 5-सीवदना 6-

छोट और परिाविाली 7-परमचीद 8-बित कम 9-आखयानयका 10-कथानक।

5. सिी जोडी – (1) 1-D समाचार पतर की आवाज 2-E अलग-अलग अखबारो म लखन

3-B 1936 4-A 1556 5- C 1913 ।

(2) 1-E कववता 2-A छीद 3-B नाटक 4-C सीवाद 5-D पीचतीतर ।

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(3) 1-C नाटक 2-A सवागत कथन 3-B धवनन नाटक 4-E अपरतयाशित ववषयो पर

लखन 5-D समाचार शलखन की िली।

▪ इकाई : 5 कावय बोि – 1. सिी पिकलप- 1-D कवल इ 2- C करतल यगल मलना

3-D कषण को पालन म झलाना 4-A उपमा,उतपरकषा,रपक

5-C कवल। इ 6-B मनिरण 7-B अदशध सम माबतरक 8-A िीगार 9-D परसाद 10-D वयीगयाथश11-A चाित चकोर सर ओर,दग छोर करर 12-C जगत की ननससारता।

2. िाकय म उततर- 1-रपक 2-ग नत िली 3-पनरजकत परकाि 4-मानव करण 5-

चालीसा 6-सोरठा 7-33 8-सवया 9-3 10-वयीजना िबद िजकत 11-लय ।

3. ररकत सथान- 1-सीदि 2-छीद 3-शमसरा 4-िर 5-ओज गण

6-अनिाव 7- आठ 8-मानव करण 9-माबतरक छीद 10-वातसलय 11-सीचारी िाव

12-मकतक।

4. सतय/असतय- 1-सतय 2- असतय 3-सतय 4-असतय 5-सतय 6-असतय 7-असतय 8-

सतय 9-सतय 10-असतय ।

5. सिी जोडी- (1) 1-B िीगार रस 2-A मकत छीद 3-C दसवाी रस 4-E दशमशल

सवया 5-D चार।

(2) 1-C 31 वणश 2-B 32 वणश 3-E 24 मातराएी 4-D 16-16 मातराएी

5-A 23 वणश ।

(3) 1-B माधयश गण 2-E गदय पदय शमचशरत

3-D सगोबदध रचना 4-C िीगार रस 5-A करण रस ।

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▪ इकाई : 6 भाषा बोि – 1. सिी पिकलप – 1-C जबान का पकका 2-A घ क हदए जलाना 3-B झठा हदखावा

4-D आठ 5-A रीनतवाचक फिया वविषण 6-C कालवाचक फिया वविषण 7-C

दिज 8-B ततसम 9-B ननषधवाचक 10-C सकी नध ।

2. ररकत सथान- 1-सीदि वाचक 2-आजञा वाचक 3-सीकतवाचक 4-आहद 5-मातिाषा

6-राजिाषा 7-मिावर 8-लोकोजकत 9-िाष 10-िरान ।

3. सतय/असतय -1 सतय 2-सतय 3- सतय 4- सतय 5-असतय 6- सतय 7- सतय 8-

सतय 9-सतय 10-असतय ।

4. एक िाकय म उततर- 1- चचढना 2-बीदली 3-ववधानवाचक वाकय 4-दवास,इीदौर 5-

ईशवर और िगवान 6- त न 7- आठ 8- ननपात 9- कोड शमजकसीग 10-वाकय ।

5. सिी जोडी –1-D बोली 2-B तदिव िबद 3-C दिज िबद 4-J ननमाड 5-F

कमल 6-I बादल 7-E ननपात 8-G इचछा वाचक वाकय 9-H ववसमयाहदबोधक

वाकय 10-A.

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