अपशिष्ट प्रबंधन: एक आवश्यकता

10
______________________________________________________________________________ शोध प का उे केवल संसद सदों के लए एक पृभू लि सहायता के प ि सेवा करना है। यह लतबंलधत पररसंचरण के ललए है और लकसी भी प ि काशन के लए नही ं है। _________________________________________________________________________ पररचय अपशि उादन िहरीकरण, आशथिक शिकास और जनसंा िि का एक उपोाद है। कम आय िले देिों 90 शििि से अशिक ठोस कचरे को अर अशनयशमि डंपों या खुले िपर जलाया जािा है। अनुशचि अपशि बंिन बुशनयादी ढांचे को भाशिि करिा है , साििजशनक को शबगिा है , पयािरण दू षण के कारण ाकृशिक संसािनों की शगरािट िजी आिी है , जलिायु पररिििन का कारण बनिा है और नागररकों के जीिन की गुणिा को भाशिि करिा है। भािी कचरा बंिन अर 20 शििि से 50 शििि िनगर शनगम के बजट िशमल होिे ह। शि बक के अनुसार, इस आिक नगरपाशलका सेिा के संचालन एकीकृि णाशलयों की आिकिा होिी है जो कुिल, शटकाऊ और सामाशजक ऱप से समशथि होिी ह। 1 1 हटप:// टेीकालटोडे.इन/ िे-िो-एनजी-पॉिर-ांट/ शोध प ी बाबूलाल नाइक, अलतरर लनदेशक,ी दोष पांडा, लनदेशक और ीिती कना शिा की देखरेख ि तैयार लकया गया है , जो उनक े संसदीय काय के लनवाहन ि सदों के उपयोग और सूचना क े लए अलतरर सलचव ह। कता। लतलिया का ागत है और esawing- [email protected] पर भेजा जा सकता है। रसचा पेपर लोक सभा सलचवालय अपलश बंधन: एक आवकता लालडास लसतंबर 2020

Transcript of अपशिष्ट प्रबंधन: एक आवश्यकता

______________________________________________________________________________

शोध पत्र का उदे्दश्य केवल संसद सदस्ो ं के ललए एक पृष्ठभूलि सहायता के रूप िें सेवा करना है। यह प्रलतबंलधत

पररसंचरण के ललए है और लकसी भी रूप िें प्रकाशन के ललए नही ंहै।

_________________________________________________________________________

पररचय

अपशिष्ट उत्पादन िहरीकरण, आशथिक शिकास और जनसंख्या िृद्धि का एक उपोत्पाद है। कम आय िाले

देिो ंमें 90 प्रशििि से अशिक ठोस कचरे को अक्सर अशनयशमि डंपो ंमें या खुले िौर पर जलाया जािा है।

अनुशचि अपशिष्ट प्रबंिन बुशनयादी ढांचे को प्रभाशिि करिा है, साििजशनक स्वास्थ्य को शबगड़िा है,

पयाििरण प्रदूषण के कारण प्राकृशिक संसािनो ंकी शगरािट में िेजी आिी है, जलिायु पररिििन का कारण

बनिा है और नागररको ंके जीिन की गुणित्ता को प्रभाशिि करिा है। प्रभािी कचरा प्रबंिन में अक्सर 20

प्रशििि से 50 प्रशििि िक नगर शनगम के बजट िाशमल होिे हैं। शिश्व बैंक के अनुसार, इस आिश्यक

नगरपाशलका सेिा के संचालन में एकीकृि प्रणाशलयो ंकी आिश्यकिा होिी है जो कुिल, शटकाऊ और

सामाशजक रूप से समशथिि होिी हैं।1

1 हटप:// टेक्नीकालटोडे.इन/ िेस्ट-िो-एनजी-पॉिर-प्ांट/

शोध पत्र श्री बाबूलाल नाइक, अलतररक्त लनदेशक,श्री प्रदोष पांडा, लनदेशक और श्रीिती कल्पना शिाा की देखरेख िें तैयार लकया गया है, जो उनके

संसदीय काया के लनवाहन िें सदस्ो ंके उपयोग और सूचना के ललए अलतररक्त सलचव हैं। कताव्य। प्रलतलिया का स्वागत है और esawing-

[email protected] पर भेजा जा सकता है।

ररसचा पेपर

लोक सभा

सलचवालय

अपलशष्ट प्रबंधन: एक आवश्यकता

लालडास लसतंबर 2020

लसतंबर 2020

[Type text] Page 2

Q.1 सॉललड वेस्ट, शहरीकरण के सबसे िहत्वपूणा उत्पादो ंिें से एक हैं और यह शहरी भारत िें तेजी

से बढ़ रहा है।

(क) नगरपाललका ठोस अपलशष्ट जो शहरीकरण का एक आवश्यक सहायक है , इसका पररदृश्य

क्या है?

उत्तर: भारिीय िहरो ंमें ठोस कचरे की िाशषिक मात्रा 1947 में 6 शमशलयन टन से बढ़कर 1997 में 48

िाशषिक शमशलयन टन हो गई है, शजसकी िाशषिक िृद्धि दर 4.25 प्रशििि है, और यह है 2047 सीपीसीबी,

1998)2 िक 300 शमशलयन टन िक बढ़ने की उम्मीद है। यह अनुमान है शक देि में प्रशििषि लगभग 65

शमशलयन टन कचरा उत्पन्न होिा है, शजसमें से लगभग 62 शमशलयन टन मू्यशनशसपल सॉशलड िेस्ट

एमएसडबू्ल्य है शजसमें काबिशनक अपशिष्ट, पुनचिक्रण जैसे कागज, प्ाद्धस्टक, लकड़ी, कांच आशद िाशमल

हैं। इस एमएसडबू्ल्य का लगभग 45-50 प्रशििि बायोशडगे्रडेबल / गीला / जैशिक अपशिष्ट है, 20-25

प्रशििि ररसाइशकल योग्य अपशिष्ट है और लगभग 30-35 प्रशििि शनद्धिय / मलबे है। यह अनुमान

लगाया गया है शक िषि 2031 िक, एमएसडबू्ल्य पीढ़ी 165 शमशलयन टन और 2050 िक 436 शमशलयन

टन हो जाएगी। इसशलए अपशिष्ट प्रबंिन के मुदे्द को संबोशिि करना आिश्यक है और भारि के सिि

शिकास के शलए महत्वपूणि घटको ंमें से एक माना जा सकिा है।

Q.2 नगरपाललका और स्थानीय लनकायो ंकी कचरा प्रबंधन िें एक प्रिुख भूलिका है।

(ए) अपलशष्ट प्रबंधन से लनपटने के बुलनयादी तरीके क्या हैं और इसकी दक्षता िानदंड को कैसे

प्राप्त लकया जा सकता है।

उत्तर: नगरपाशलका का लगभग बाहर 75-80 प्रशििि कचरा एकशत्रि हो जािा है और इसमें से केिल 22-

28 प्रशििि का प्रसंस्करण और उपचार शकया जािा है और िेष को अंिािंुि िरीके से डंप याडि में जमा

शकया जािा है। यह अनुमान लगाया गया है शक िहरी स्थानीय शनकाय यूएलबी सड़क सफाई पर कुल खचि

का लगभग 60-70 प्रशििि, पररिहन पर 20-30 प्रशििि और कचरे के नगरपाशलका शनपटान पर 5

प्रशििि से कम खचि करिे हैं, जो दिाििा है शक कचरे का िैज्ञाशनक शनपटान करिा है पयािप्त ध्यान नही ं

शमला। भारि में अपशिष्ट संग्रह दक्षिा 70 प्रशििि से 90 प्रशििि के बीच प्रमुख मेटर ो िहरो ंमें होिी है,

जबशक कई छोटे िहरो ंमें यह 50 प्रशििि से नीचे है। हालांशक, यशद एमएसडबू्ल्य की िििमान 62 शमशलयन

टन िाशषिक पीढ़ी को शबना उपचार के डंप शकया जािा है, िो उसे हर शदन 3.40 लाख कू्यशबक मीटर

लैंडशफल से्पस की आिश्यकिा होगी। 2031 िक 165 शमशलयन टन की अनुमाशनि अपशिष्ट उत्पादन को

2 यूरोपीय िैज्ञाशनक जनिल / जून / 2015 / शििेष संस्करण

लसतंबर 2020

[Type text] Page 3

ध्यान में रखिे हुए, 20 िषों के शलए लैंडशफल स्थाशपि करने के शलए भूशम की आिश्यकिा 66 हजार

हेके्टयर (प्रशि िषि 1240 हेके्टयर) कीमिी जमीन हो सकिी है, शजसे हमारा देि बबािद नही ंकर सकिा है।

िििमान में, िहरी के्षत्रो ंमें सालाना अनुमाशनि 62 शमशलयन टन एमएसडबू्ल्य उत्पन्न होिा है, 80 प्रशििि से

अशिक का अनाशिकृि रूप से नगरपाशलका अशिकाररयो ं द्वारा स्वास्थ्य और पयाििरणीय शगरािट की

समस्याओ ंके शलए अनजाने में डंप याडि में शनपटाया जािा है।3

Q.3 इस तथ्य को देखते हुए लक कचरे के लनपटान के पारंपररक तरीको ंकी सीिाएं हैं, इस अंलति

लक्ष्य के साथ की अपलशष्ट लनपटान को कैसे कि लकया जाए , इससे पूरी तरह से बचने के ललए तेजी

से ललक्षत लकया जा रहा है ।दूसरे शब्ो ंिें, शून्य अपलशष्ट प्रबंधन सिय का व्यवहाया लवकल्प और

आवश्यकता है।

(ए) शून्य अपलशष्ट प्रबंधन की अवधारणा क्या है और इसिें क्या रणनीलत शालिल है?

(ख) यह भारत के ललए लकतना फायदेिंद है और इसका पालन कैसे लकया गया है?

उत्तर: िून्य अपशिष्ट शजमे्मदार उत्पादन, खपि, पुन: उपयोग, और जलने के शबना उत्पादो,ं पैकेशजंग, और

सामशग्रयो ंकी िसूली के माध्यम से सभी संसािनो ंके संरक्षण को संदशभिि करिा है और पयाििरण या मानि

स्वास्थ्य के शलए खिरा पैदा करने िाली भूशम, पानी, या हिा में शबना शकसी शनििहन के साथ। इसका िात्पयि है

शक कचरे और सामशग्रयो ंकी मात्रा और शिषाक्तिा को व्यिद्धस्थि रूप से टालना और समाप्त करना उत्पादो ं

और प्रशक्रयाओ ंको शडजाइन करना और प्रबंशिि करना।4 3 आर: िून्य अपशिष्ट प्रबंिन के शलए आिश्यक

घटक को कम करना, पुन: उपयोग और रीसायकल करना, स्रोि पृथक्करण है।5यह कै्रडल-टू-गे्रि दृशष्टकोण

से एक बदलाि को शचशिि करिा है, जो अपशिष्ट प्रबंिन के शलए लागि-प्रभािी कै्रडल-टू-कै्रडल (या पररपत्र

अथििास्त्र) दृशष्टकोण के शलए लैंडशफल और इंक्रीमेंट पर कें शिि है, जहां एक उत्पाद के शलए अपशिष्ट एक

इनपुट के रूप में कायि करिा है।6 दूसरे के शलए, शजससे लैंडशफल पर शनभिरिा की आिश्यकिा को

नकारना और एसडबू्ल्यएम के शलए एकमात्र रणनीशि के रूप में भस्म हो जाना। िून्य अपशिष्ट रणनीशियााँ

कंपशनयो,ं समुदायो,ं औद्योशगक के्षत्रो,ं सू्कलो ंऔर घरो ंपर लागू हो सकिी हैं क्योशंक इनमें कई शहििारक

िाशमल हैं, न केिल पयाििरण के, बद्धि िकनीकी पहलू भी।7 ठोस कचरे के प्रबंिन के शलए एक रणनीशि

के रूप में भारि के जीरो कचरे को अपनाने का काम मुख्य रूप से स्थानीय सरकारो ंजैसे पुणे और मैसूर,

3 िहरी शिकास पर स्थायी सशमशि, 2018-2019 (16 िी ंलोकसभा) 4 हत्त्पस:// आइशडंशडया.ओगि/ जेरो-िेस्ट-मैनेजमेंट/ 5 फाइल:/// क:/यूजर/ एडशमशनस्टर ेटर/ डाउनलोड/ जेरोिासे्टकनसेपपर.पडफ 6 नीशि आयोग-सीपीआर ओपन सेशमनार शंृ्खला - "स्वच्छ भारि के िहि भारि में िून्य अपशिष्ट की संकल्पना"- 29 जून 2015

7 हत्त्पस:// िि.इगी-ग्लोबल.कॉम/ चैप्टर/ जेरो-िेस्ट/ 234624

लसतंबर 2020

[Type text] Page 4

गुजराि जैसे राज्ो ंद्वारा राज् सरकार के स्तर पर, या शचंिन, एक्सनोरा, टनल जैसे गैर सरकारी संगठनो ं

द्वारा संचाशलि शकया गया है। िहरी शिकास मंत्रालय के जनरल पूल आिासीय आिास पररसर (ग्परा) में

िून्य अपशिष्ट ’पररयोजना के िहि नई मोिी बाग, नई शदल्ली में प्ाद्धस्टक कचरे को िरल ईंिन में बदलने

की एक छोटी सी सुशििा स्थाशपि की गई है।8

Q.4 हिारे देश िें अपलशष्ट प्रबंधन के िुदे्द को दूर करने के ललए सरकार द्वारा उठाए गए िहत्वपूणा

कदि और कायािि क्या हैं और हिारी उपलब्धियां क्या हैं ?

उत्तर: भारि स्वछिा के जनादेि को आगे ले जा रहा है और 3 आर, िृत्ताकार और नीली अथिव्यिस्था की

क्षमिा को अनलॉक कर रहा है। इससे नौकररयो ंके सृजन के अलािा साििजशनक स्वास्थ्य और जीिन की

गुणित्ता में सुिार होगा, औपचाररक कमिचाररयो ं में अनौपचाररक श्शमको ंका एकीकरण होगा, कचरे की

िाराओ ं से राजस्व और नए उत्पादो ं के शनमािण के शलए अंि में न केिल एक स्वच्छ (स्वच्छ) बद्धि एक

स्वाद्धस्तक का नेिृत्व होगा ( स्वस्थ), ििक्त (सिक्त), सम्पन्न (समृि) और (आत्मशनभिर) भरि। िषि 2016

में कचरा प्रबंिन के नए और संिोशिि कानून के साथ, स्वच्छिा और अपशिष्ट प्रबंिन, अथािि् स्वच्छ भारि

शमिन, एएमआरयूटी, स्माटि शसटीज, जेएनएनयूआरएम आशद के शलए नई योजनाएं आई हैं। संसािन िसूली

और ऊजाि और पोषक ित्वो ंको बढ़ाने के शलए प्रौद्योशगकी और पीपीपी मोड पर जोर शदया जािा है। नए

कानून में िून्य अपशिष्ट प्रबंिन में जोर "5-R के संकल्पना" को अपनाने से कचरे की मात्रा को कम करना

है -रेड, पुन: उपयोग, पुनप्रािद्धप्त, रीसायकल और ररमेनू्यच्योर और एकीकृि अपशिष्ट प्रबंिन के माध्यम से।

सरकार ने 2 अकू्टबर 2014 को स्वच्छ भारि शमिन की िुरुआि की, िाशक कचरे को हटाकर भारि को

स्वच्छ बनाया जा सके।शनशि आयोग के अनुसार, िििमान में, कुल एमएसडबू्ल्य से उत्पन्न, केिल 29.51

प्रशििि उपचार के अिीन है, जो शक, भारि सरकार की स्वच्छ भारि शमिन िहरी स्वच्छ भारि शमिन

(अबिन)योजना में सुिार के शलए िैयार है। स्वच्छ भारि शमिन की प्रमुख उपलद्धियााँ हैं: -

कुल िाडों में से 77 प्रशििि (लगभग 65,000 िाडों) में अब डोर-टू-डोर कलेक्शन की सुशििा है,

शजसमें 38 प्रशििि (32,000) िाडों में 100 प्रशििि कचरा है।

प्रशि िषि 54 लाख शमशलयन टन प्रशि िषि की शनिािररि क्षमिा के मुकाबले प्रशि िषि 15 लाख

शमशलयन टन खाद उत्पादन होिा है, और

511 मेगािाट की शनिािररि क्षमिा के द्धखलाफ 90 मेगािाट शबजली उत्पादन।9

8 डॉकू्यमेंट नीशि आयोग 9 स्टैंशडंग कद्धम्मट्टी ऑन अबिन डेिलपमेंट ,2018-2019 (16थ लोक सभा)

लसतंबर 2020

[Type text] Page 5

लगभग सभी िहरी भारि आज ओडीएफ और ठोस कचरे का िैज्ञाशनक प्रसंस्करण है, जो 2014 में

शमिन की िुरुआि में मात्र 18 प्रशििि था, अब िीन गुना से अशिक है और अब 65 प्रशििि है।

आिास और िहरी मामलो ंके मंत्रालय। महुआ ने मलकुर कीचड़ प्रबंिन पर एक संचार अशभयान के

शलए एक टूलशकट भी जारी शकया शजसका िीषिक 'मालासुर द डेमन ऑफ शडफेका' है शजसका उदे्दश्य

मल के जोद्धखम की िारणा को बढ़ाना है। महुआ लगािार िहरी स्थानीय शनकायो ं यूएलबी की क्षमिा

शनमािण पर ठोस अपशिष्ट प्रबंिन और समग्र स्वच्छिा सशहि शिशभन्न घटको ंपर ध्यान कें शिि करने के

शलए काम कर रहा है शजसमें न केिल बुशनयादी ढांचे के शनमािण के माध्यम से बद्धि क्षमिा शनमािण और

व्यिहार पररिििन संचार के माध्यम से अपशिष्ट उपचार िाशमल है।10

Q5)अपलशष्ट प्रबंधन पर चचाा करते सिय ई-कचरे की दृलष्ट नही ंखोई जा सकती क्योलंक यह

कचरे का एक िहत्वपूणा लहस्सा गठन करता है ।

(ए) क्या भारत िहत्वपूणा ई-कचरा उत्पन्न करता है?

(ख) देश िें ई-कचरा सािग्री के लवलवध घटक क्या हैं?

उत्तर: ग्लोबल ई-िेस्ट मॉशनटर 2017 के अनुसार, भारि प्रशििषि लगभग 2 शमशलयन टन मीशटर क टन ई-

कचरा उत्पन्न करिा है और अमेररका, चीन, जापान और जमिनी के बाद ई-कचरा उत्पादक देिो ंमें

पांचिें स्थान पर है। भारि सालाना पैदा होने िाले कुल ई-कचरे का 2 प्रशििि से भी कम का पुनचिक्रण

करिा है। भारि अन्य देिो ंसे बड़ी मात्रा में ई-कचरा भी आयाि करिा है। खुले डंपसाइट्स में डंशपंग

एक आम दृश्य है जो भूजल संदूषण, खराब स्वास्थ्य और अशिक जैसे मुद्दो ंको जन्म देिा है। 2016-17

में, भारि ने अपने ई-कचरे का केिल 0.036 मीशटर क टन ही उपचार शकया।11 भारि का लगभग 95

प्रशििि ई-कचरा अनौपचाररक के्षत्र और एक कचे्च िरीके से पुननििीनीकरण शकया जािा है।

ई-कचरे में इलेक्टर ॉशनक और शबजली के उपकरणो ंसे सभी अपशिष्ट होिे हैं जो उनके जीिन के अंि

िक पहुाँच चुके हैं या अब अपने मूल उपयोग के शलए शफट नही ंहैं और िसूली, रीसाइद्धलंग या शनपटान के

शलए शकस्मि में हैं। इसमें कंपू्यटर और इसके सहायक उपकरण मॉशनटर, शपं्रटर, कीबोडि , सेंटर ल प्रोसेशसंग

यूशनट िाशमल हैं; टाइपराइटर, मोबाइल फोन और चाजिर, रीमोट, कॉमै्पक्ट शडस्क, हेडफोन, बैटरी,

एलसीडी / प्ाज्मा टीिी, एयर कंडीिनर, रेशिजरेटर और अन्य घरेलू उपकरण।

10 हत्त्पस:// पीब.गोि.इन/ पे्रसरेलेसेडेटाइल्म.अस्पक्ष?शप्रद=1629552 11 हत्त्पस:// िि.डाउनटोएथि.ओगि.इन/ ब्लोग/ िेस्ट/ रीसायकशलंग-ऑफ-ए-िेस्ट-इन-इंशडया-अंड-इट्स-पोटें शियल-64034

लसतंबर 2020

[Type text] Page 6

ई-कचरे की संरचना 'खिरनाक' और 'गैर-खिरनाक' शे्शणयो ं के अंिगिि आिी है। मोटे िौर

पर, इसमें लौह और अलौह िािुएाँ , प्ाद्धस्टक, कांच, लकड़ी और प्ाईिुड, मुशिि होिे हैं सशकि ट बोडि ,

कंक्रीट, शमट्टी के पात्र, रबर और अन्य सामान। लोहे और स्टील का लगभग 50 प्रशििि अपशिष्ट होिा

है, इसके बाद प्ाद्धस्टक (21 प्रशििि), अलौह िािु (13 प्रशििि) और अन्य घटक आिे हैं। अलौह

िािुओ ंमें िांबा, एलू्यमीशनयम और कीमिी िािुएाँ जैसे चांदी, सोना, पे्शटनम, पैलेशडयम और इसी िरह

की िािुएाँ होिी हैं।

Source: हत्त्पस:// स्वलचंलदया.न्डत्व(जून26,2018) Source : टाइिसोलफब्धन्डया.इंलडयाटाइि.कॉि(िाचा 24,2016)

सीसा, पारा, आसेशनक, कैडशमयम, सेलेशनयम, हेक्सािलेंट क्रोशमयम और लौ रेिदािन्त जैसे

ित्वो ं की उपद्धस्थशि दहलीज मात्रा से परे प्रकृशि में ई-कचरे को खिरनाक बनािी है। इसमें 1000 से

अशिक शिशभन्न पदाथि िाशमल हैं, शजनमें से कई शिषाक्त हैं, और शनपटान पर गंभीर प्रदूषण पैदा करिे हैं।

अप्रचशलि कंपू्यटर ई-कचरे के बीच सबसे महत्वपूणि पयाििरणीय और स्वास्थ्य संबंिी खिरा पैदा करिे

हैं।12

Q.6. देश िें ई-कचरा प्रबंधन िें पुनचािण और डंलपंग एक िहत्वपूणा उपाय हैं । संग्रह सुलवधाएं और

सावाजलनक जानकारी इसिें िहत्वपूणा भूलिका लनभाती हैं।

(ए) इसिें हि लकन प्रिुख िुद्दो ंका सािना कर रहे हैं ?

12 हत्त्पस:// राज्सभा.शनक.इन/ रस्नू्य/ पद्धब्लकेिन_इलेक्टर ॉशनक/ ए-िेस्ट_इन_इंशडया.पडफ

लसतंबर 2020

[Type text] Page 7

(ख) सरकार उन्हें कैसे संबोलधत कर रही है ?

उत्तर: 10-14 आयु िगि के लगभग 4.5 लाख बाल मजदूरो ंको शिशभन्न ई-कचरा गशिशिशियो ंमें लगे हुए

देखा जािा है और िह भी शबना पयािप्त सुरक्षा और सुरक्षा के। इसशलए, ई-कचरा बाजार में बाल श्म के

प्रिेि को रोकने के शलए प्रभािी कानून लाने की ित्काल आिश्यकिा है- इसका संग्रह, पृथक्करण और

शििरण।

भारि में अशिकांि ई-कचरा संग्रहण, पररिहन और पुनचिक्रण का प्रबंिन संयुक्त राष्टर के संगशठि के्षत्र में

शकया जािा है जो अच्छी िरह से िुि काम करिा है लेशकन अशनयशमि होिा है। ई-कचरे को संभालने के

शलए असंगशठि के्षत्र के शलए कोई स्पष्ट शदिाशनदेि नही ंहैं।

अशिकांि एसपीसीबी / पीसीसी िेबसाइटो ंपर साििजशनक जानकारी का अभाि है। यहां िक शक

बुशनयादी ई-कचरा शनयम और शदिाशनदेि भी अपलोड नही ं शकए गए हैं। अपनी िेबसाइट पर शकसी भी

जानकारी के अभाि में, शििेष रूप से ई-कचरे के रीसायकलसि और कलेक्टरो ंके शििरणो ंपर, ई-कचरे के

नागररको ंऔर संस्थागि जनरेटर अपने कचरे से शनपटने के शलए पूरी िरह से नुकसान में हैं और अपनी

शजमे्मदारी को पूरा करने के शलए नही ंजानिे हैं। इसशलए, ई-कचरा और प्रबंिन और हैंडशलंग शनयमो ंको

सफल प्रिििन की आिश्यकिा है।

प्रचशलि कानूनी ढांचे में खाशमयो ंको दूर करने की जरूरि है िाशक यह सुशनशिि शकया जा सके शक

शिकशसि देिो ं से ई-कचरा शनपटान के शलए देि में न पहंुचे। शनयमो ंको नगरपाशलका के लैंडशफल में ई-

कचरे के शनपटान पर प्रशिबंि लगाना चाशहए और माशलको ंको प्रोत्साशहि करना चाशहए और ई-कचरे के

जनरेटर कचरे को ठीक से रीसायकल करिे हैं। उत्पादो ंके शिशनमािण को शित्तीय, िारीररक और कानूनी

रूप से अपने उत्पादो ंके शलए शजमे्मदार बनाया जाना चाशहए।

जीिन कंपू्यटर के अंि में अक्सर संिेदनिील व्यद्धक्तगि जानकारी और बैंक खािे का शििरण होिा है, जो

यशद िोखािड़ी के शलए छुट्टी का अिसर नही ंहटािा है।

सरकार को खिरनाक अपशिष्ट प्रबंिन, पयाििरण शनगरानी और खिरनाक अपशिष्ट शनपटान के शिशनयमन

के शिकास और मानको ंमें अनुसंिान को प्रोत्साशहि करना चाशहए।

मरम्मि की दुकानो,ं प्रयुक्त उत्पाद डीलरो,ं ई-कॉमसि पोटिल शिके्रिाओ ं जैसे इलेक्टर ॉशनक्स के

पुनचिक्रण / पुन: उपयोग के अनौपचाररक चैनल पुजों और घटको ंके पुन: उपयोग और नरभक्षण के शलए

त्याग शकए गए इलेक्टर ॉशनक्स का एक महत्वपूणि अनुपाि एकत्र करिे हैं।13 अक्सर, सभी सामग्री और मूल्य

जो संभाशिि रूप से पुनप्रािप्त शकए जा सकिे थे, उन्हें पुनप्रािप्त नही ंशकया जािा है। जागरूकिा पैदा करने

और प्रचशलि नीशियो ंके साथ रीसाइद्धलंग इकाइयो ंके बुशनयादी ढांचे में सुिार करके इस द्धस्थशि में सुिार

शकया जा सकिा है।

13 हत्त्पस:// िि.टेररयन.ओगि/ आशटिकल/ ए-िेस्ट-मैनेजमेंट-इंशडया-चैलेंज-अंड-अपॉचुिशनटी

लसतंबर 2020

[Type text] Page 8

इलेक्टर ॉशनक्स और सूचना प्रौद्योशगकी मंत्रालय ने, 2015 से उद्योग संघो ंके साथ शडशजटल इंशडया

पहल के िहि एक ई-कचरा जागरूकिा कायिक्रम िुरू शकया है, िाशक गैर-संगशठि के्षत्र द्वारा ई-कचरा

रीसाइद्धलंग के खिरो ंके बारे में जनिा के बीच जागरूकिा पैदा की जा सके, और उन्हें अपने ई-कचरे के

शनपटान के िैकद्धल्पक िरीको ं के बारे में शिशक्षि करना। 14कायिक्रम पयाििरण के अनुकूल ई-कचरा

रीसाइद्धलंग प्रथाओ ंको अपनाने की आिश्यकिा पर बल देिा है। आम जनिा को भी स्वच्छ शडशजटल

भारि ’में भाग लेने के शलए प्रोत्साशहि शकया जािा है, केिल ई-कचरे को अशिकृि ररसाइकलरो ंको देकर।

Q7) अपलशष्ट पदाथों का उलचत उपयोग करना और हिारी पृथ्वी की रक्षा करने के ललए, (डबू्ल्यटीई)

संयंत्र स्थालपत लकए जाने चालहए तालक हि अपने कचरे से लबजली पैदा कर सकें और िीथेन गैस के

प्रत्यक्ष उत्सजान को लनयंलत्रत करके हिारे पयाावरण को स्वच्छ बना सके ।

(ए) इस संबंध िें भारत िें क्या संभावनाएं हैं?

(ख) देश िें डबू्ल्यटीई पररयोजना की वास्तलवकता क्या है और हिें लकन िुद्दो ंपर ध्यान देना है?

उत्तर: एसोशसएटेड चैंबसि ऑफ कॉमसि एंड इंडस्टर ी की ररपोटि "िैलू्य ऑफ िेस्ट 2015" के अनुसार,

शनिेिको ंने 2017 में भारि में लगभग 1.5 शबशलयन डॉलर, लगभग 11,0000 करोड़ रुपये में डबू्ल्यटीई

का मूल्य माना और 2052 िक इसके बढ़कर 11.7 शबशलयन डॉलर होने का अनुमान लगाया। 1 मेगािाट

शबजली पैदा करने के शलए औसिन 100 टन प्रशि शदन नगरपाशलका ठोस अपशिष्ट (एमएसडबू्ल्य) की

आिश्यकिा होिी है। भारि ने अब िक िहरी, औद्योशगक, कृशष और नगरपाशलका ठोस कचरे के आिार

पर शबजली उत्पादन के शलए 96 अपशिष्ट-से-ऊजाि पररयोजनाएं स्थाशपि की हैं। कें िीय ऊजाि और

निीकरणीय ऊजाि मंत्री के अनुसार, िषि 2016 से 2018 के दौरान, अपशिष्ट से ऊजाि कायिक्रम के िहि

76 करोड़ रुपये की िनराशि आिंशटि की गई है, शजसमें से 32.64 करोड़ रुपये शिशभन्न डेिलपसि को

अपशिष्ट की स्थापना के शलए जारी शकए गए थे। बायोगैस या बायो सीएनजी की पीढ़ी के शलए ऊजाि

पररयोजनाएं।15 कचरे से ऊजाि की िसूली के शलए और आसिनी, कागज, लुगदी और फामािसु्यशटकल

इकाइयो ंजैसे उद्योगो ंसे उत्पन्न अपशिष्टो ंकी 329.43 मेगािाट की संचयी क्षमिा िाली 199 पररयोजनाओं

को अब िक स्थाशपि शकया गया है। राष्टर ीय स्वच्छ ऊजाि कोष के िहि शित्त मंत्रालय ने 2014 में शदल्ली में

12 मेगािॉट िेस्ट-टू-एनजी प्ांट स्थाशपि करने के शलए िायशबशलटी गैप फंशडंग के रूप में 120 करोड़

रुपये देने को मंजूरी दी थी।

हालांशक, भारि के लगभग आिे अपशिष्ट-से-ऊजाि (डबू्ल्यटीई) संयंत्र, शजसका अथि गैर-

बायोशडगे्रडेबल कचरे को पररिशििि करना है, अिुि हैं। इसके अलािा, देि के कचरे को अलग करने में

असमथििा के पररणामस्वरूप शिज्ञान और पयाििरण कें ि के शिशे्लषण के अनुसार क्षमिा से नीचे के मौजूदा

संयंत्र काम कर रहे हैं। 16पीिीसी की िरह लोरीनयुक्त हाइडर ोकाबिन की उपद्धस्थशि से डायोद्धक्सन और

14 हत्त्पस:// िि.थेशहन्दु.कॉम/ स्की-टेक/ एनजी-अंड-एनिायरनमेंट/ व्हाट-अबाउट-ए-िेस्ट/ आशटिकल24193081.ईस 15 हत्त्पस:// एनजी.इकोनोशमद्धक्टम.इंशडयाटाइम.कॉम/ नू्यज/ पॉिर/ इंशडया-हास-इन्सटाल-96-िेस्ट-िो-एनजी-प्रोजेक्ट-सो-फर-पॉिर-शमशनस्टर-र-क-शसंह/

72874213 16 हत्त्पस:// िि.थेशहन्दु.कॉम/ नू्यज/ नेिनल/ िेसे्टड-एफटि-हाल्फ-ऑफ-इंशडयास-िेस्ट-िो-एनजी-प्ांट-डेफंक्ट/ आशटिकल26273068.ईस

लसतंबर 2020

[Type text] Page 9

फुरान की ररहाई होिी है जब अपशिष्ट 850 शडग्री सेंटीगे्रड से कम पर जलाया जािा है। ऐसे खिरनाक

उत्सजिन को शनयंशत्रि करने के शलए उपयुक्त शफल्टररंग िंत्र स्थाशपि शकए जाने की आिश्यकिा है।

डाइऑद्धक्सन और फ़्यूरान को काशसिनोजेशनक माना जािा है और इससे प्रशिरक्षा,अंिःस्रािी, िंशत्रका और

प्रजनन प्रणाली की हाशन हो सकिी है। डबू्ल्यटीई संयंत्रो ंके मुदे्द इस प्रकार हैं: -

• एसडबू्ल्यएम शनयम 2016 की आिश्यकिा है शक अपै्रल 2018 िक पीिीसी को इंकैनेटसि में चरणबि

शकया जाए। शनिारक उपाय के रूप में, एनजीटी ने पयाििरण और िन मंत्रालय को भी इसी िरह के शनदेि

जारी शकए थे।

• भारि में नगरपाशलका कचरे में बहुि अशिक बायोशडगे्रडेबल (गीला) सामग्री है, जो पशिम में 30 प्रशििि

की िुलना में कुल 60 से 70 प्रशििि के बीच है। यह हमारे कचरे को एक उच्च नमी सामग्री और कम

कैलोरी मान देिा है। इसके अलािा, चंूशक भारिीय पररिार पारंपररक रूप से अपने अपशिष्ट जैसे कागज,

प्ाद्धस्टक, काडिबोडि , कपड़ा, रबर, आशद को कबाड़ीिालो ंको पुनचिशक्रि करिे रहे हैं, यह हमारे कचरे के

कैलोरी मूल्य को और कम करिा है। सॉशलड िेस्ट मैनेजमेंट रूल्स, 2016 के अनुसार, केिल इसे्तमाल

शकए गए रबर टायर, मल्टी-लेयर प्ाद्धस्टक्स, शडसाइड टेक्सटाइल और पेपर आशद जैसे गैर-ररसाइलेबल

हाई-कैलोररशफक िैकं्शस को डबू्ल्यटीई प्ांट्स में भेजा जािा है। भारि की ठोस अपशिष्ट प्रबंिन नीशि के

शलए आिश्यक है शक गीले और सूखे कचरे को शमशश्ि न शकया जाए, िाशक कम से कम 1,500 शकलो

कैलोरी/ शकलो के साथ केिल गैर-खाद और गैर-पुन: उपयोग योग्य अपशिष्ट डबू्ल्यटीई संयंत्रो ंिक पहंुच

जाए।17

• डबू्ल्यटीई संयंत्रो ंसे उत्पाशदि शबजली की लागि काफी महंगी है। कोयले और सौर संयंत्रो ंसे 3-4 रुपये

प्रशि शकलोिाट घंटे (केडबू्ल्यएच) की िुलना में, डबू्ल्यटीई संयंत्र लगभग 7 रुपये प्रशि शकलोिाट की दर से

शबजली बेचिे हैं, जो शडस्कॉम के शलए इिनी महंगी शबजली खरीदने के शलए एक शिघटनकारी है। िास्ति में,

यशद सद्धिडी हटा दी जािी है, िो इन संयंत्रो ंसे उत्पाशदि शबजली सस्ती नही ंहोगी।

संदभा:

िहरी शिकास पर स्थायी सशमशि की ररपोटि , 2018-19 (16 िी ंलोकसभा)।

नीशि आयोग- सीपीआर ओपन सेशमनार सीरीज़ - "स्वच्छ भारि के िहि भारि में संकल्पनात्मक जीरो-िेस्ट" - 29 जून 2015

राज्सभा.शनक.इन/ रस्नू्य/ पद्धब्लकेिन_इलेक्टर ॉशनक/ ए-िेस्ट_इन_इंशडया.पडफ.

आिास और िहरी मामलो ंके मंत्रालय की िेब साइट।

मंत्रालय पयाििरण िन और जलिायु पररिििन िेबसाइट।

िकनीकी -टोडे.इन-िेस्ट-िो-एनजी-पॉिर-प्ांट

व्हाट ए िेस्ट: ए ग्लोबल ररवू्य ऑफ सॉशलड िेस्ट मैनेजमेंट द िर्ल्ि बैंक, 2012

यूरोपीय िैज्ञाशनक जनिल / जून / 2015 / शििेष संस्करण

अनक््रड.ऑर.जप

पीब.गोि.इन

कें िीय प्रदूषण शनयंत्रण बोडि की ररपोटि (1998)

एसोचैम शिशे्लषण

कपमग शिशे्लषण

17 हत्त्पस:// एनजी.इकोनोशमद्धक्टम.इंशडयाटाइम.कॉम/ नू्यज/ पॉिर/ िेस्ट-िो-एनजी-व्ही-आ-रस-10000-क्रोर-इंडस्टर ी-इस-फेशसंग-इसु्सएस/ 69685189

लसतंबर 2020

[Type text] Page 10

जीरोिेस्ट कने्सप्ट पेपर.पडफ

डाउन टू अथि पशत्रका लेख।

िेरी से लेख (भारि का ऊजाि और अनुसंिान संस्थान)

टेररयन.ओगि - ई-कचरा-प्रबंिन-भारि-चुनौशियो ंऔर अिसरो ंपर लेख

िि.थेशहन्दु.कॉम/ स्की-टेक/ एनजी-अंड-एनिायरनमेंट/ व्हाट-अबाउट-ए-िेस्ट

एनजी.इकोनोशमद्धक्टम.इंशडयाटाइम.कॉम/ नू्यज/ पॉिर

इंशडयानेक्सपे्रस.कॉम/ आशटिकल - शिषैले पौिे-अपशिष्ट-से-ऊजाि-राष्टर ीय-हररि-शटर बू्यनल-अपशिष्ट-भस्म

हत्त्पस:// आइशडंशडया.ओगि/ जेरो-िेस्ट-मैनेजमेंट/

हत्त्पस:// िि.इगी-ग्लोबल.कॉम/ चैप्टर/ जेरो-िेस्ट/ 234624

हत्त्पस:// िि.एडेशनयस.कॉम/ ए-िेस्ट-मैनेजमेंट-आ-चैलेंज-िो-पद्धब्लक-हेल्थ-इन-इंशडया/ एनजी.इकोनोशमद्धक्टम.इंशडयाटाइम.कॉम/ नू्यज/ पॉिर

इंशडयानेक्सपे्रस.कॉम/ आशटिकल -- टॉद्धक्सक-प्ांट-िेस्ट-िो-एनजी-नेिनल-ग्रीन-शटर बू्यनल-िेस्ट-इद्धन्सनेरेिनत्त्स:// आइशडंशडया.ओगि/ जेरो-िेस्ट-

मैनेजमेंट/

हत्त्पस:// िि.एडेशनयस.कॉम/ ए-िेस्ट-मैनेजमेंट-आ-चैलेंज-िो-पद्धब्लक-हेल्थ-इन-इंशडया/